ARAI ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जर विकसित किया
ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) ने भारत में ईवी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए अपना स्वदेशी चार्जर विकसित किया है।
मुख्य बिंदु
- ARAI के निदेशक रेजी मथाई के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग के लिए बुनियादी ढांचा महत्वपूर्ण है।
- वर्तमान में, भारत में, मोबिलिटी चार्जर आयात किए जाते हैं। इसलिए, ARAI ने इन स्वदेशी चार्जर्स को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया। ये चार्जर किफायती हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं।
- ARAI ने AC001 नामक ईवी चार्जर के लिए स्वदेशी तकनीक विकसित की है। इसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा विनिर्माण और प्रचार के लिए लिया गया है।
- चार्जिंग पॉइंट भारत इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा स्थापित किए जाएंगे जबकि ईवी चार्जर सिस्टम जैसे टाइप 1, टाइप 2, CCS और CHAdeMO के पुर्जे स्थानीय रूप से निर्मित किए जाएंगे।
- इसके अलावा, ARAI ताकवे में अपना नया केंद्र स्थापित कर रहा है, क्योंकि ADAS (Advanced Driver Assistant System) वाहनों और सिलेंडर परीक्षण केंद्रों को समर्पित स्थान की आवश्यकता होती है।
- इस केंद्र की स्थापना के लिए अगले 3-4 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से लगभग 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
- ARAI वर्तमान में ऐसे केंद्र स्थापित करने के लिए तेलंगाना और केरल सरकारों के साथ बातचीत कर रहा है।
चार्जर्स की कीमत
इस EV चार्जर की कीमत 50,000 रुपये से 60,000 रुपये के बीच होने की उम्मीद है।
पृष्ठभूमि
ARAI ने हाल ही में ईवी चार्जर्स पर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सौदे के अनुसार, अरेबिया शुल्कों की पूरी जानकारी प्रदान करेगा जबकि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स उनका निर्माण करेगा।