कनेर का वृक्ष भारत के कई हिस्सों और उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इस खूबसूरत पेड़ का वैज्ञानिक नाम `नेरियम ओडोरम` है। शब्द `नेरियम` एक...
कुम्भकोणम में तिरुक्कुड़मुक्कू मंदिर सबसे महत्वपूर्ण मंदिर है। यहाँ स्थित मंगलांबिकई मंदिर शक्ति पीठम (मंत्र पीठम) के रूप में प्रतिष्ठित है। कुम्भकोणम में कुम्भेश्वर मंदिर कावेरी नदी के...
तिरुवल्लनचुझी मंदिर एक विशाल मंदिर है, लेकिन उपेक्षा की स्थिति में है। यह मंदिर कावेरी नदी के दक्षिण में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में 25 वां है।...
तिरुनलूर मंदिर एक ऊंचाई पर बना है और पहाड़ी को सुंदरगिरी कहा जाता है। शिवलिंगम एक दिन में पांच अलग-अलग रंगों में प्रकट होता है इसलिए इसे पंचवर्णस्वर...
तिरुप्पझुवुर मंदिर अरियालुर में स्थित है। मंदिर के देवता शिव हैं: आलंतुरैयूरर, वडामूलसर। कावेरी नदी के उत्तर में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में यह 55 वां है।...
कावेरी नदी के उत्तर में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में तिरुमजपादी मंदिर 54 वें स्थान पर है। किंवदंतियाँ: यह मंदिर मार्कंडेयार के लिए शिव के तांडवम के...
तिरुवियारु मंदिर श्रावणी नदी के उत्तर में स्थित चोल साम्राज्य में तेवरा स्थलम की श्रृंखला में 51 वां है। किंवदंतियाँ: एक भक्त, सुभारती को शिव द्वारा प्रकाश की...
कावेरी नदी के उत्तर में स्थित तेवरा स्थलम की श्रृंखला में कुरंगादुतुरई मंदिर को 49 वां माना जाता है। यह मंदिर कुम्भकोणम, तिरुवयारु के पास कुरंगादुतुरई में स्थित...