सौरमंडल में एक दुर्लभ अंतरतारकीय धूमकेतु की खोज: नासा ने दर्ज की ऐतिहासिक घटना

जुलाई 2025 में नासा ने एक ऐतिहासिक खोज की घोषणा की — एक दुर्लभ अंतरतारकीय धूमकेतु (Interstellar Comet) 3I/ATLAS हमारे सौरमंडल से होकर गुजर रहा है। यह केवल तीसरी बार है जब पृथ्वी के वैज्ञानिकों ने ऐसा कोई पिंड देखा है जो हमारे सौरमंडल से नहीं बल्कि किसी और सुदूर तारकीय प्रणाली से आया है।
क्या होता है अंतरतारकीय धूमकेतु?
एक अंतरतारकीय धूमकेतु ऐसा खगोलीय पिंड होता है जो हमारे सौरमंडल से बाहर, किसी अन्य तारा प्रणाली से आता है। इसकी गति अत्यधिक तेज होती है और यह एक हाइपरबोलिक पथ पर चलता है — यानी यह केवल यात्रा में होता है और लौटता नहीं। यह धूमकेतु भी अन्य सामान्य धूमकेतुओं की तरह बर्फ, धूल और चट्टानों से बना होता है, लेकिन यह किसी तारे की परिक्रमा नहीं करता, बल्कि स्वतः गुजरता है।
3I/ATLAS की विशेषताएँ
- नाम: 3I/ATLAS (तीसरा अंतरतारकीय पिंड; खोजकर्ता ATLAS प्रणाली द्वारा नामित)
- खोज: 1 जुलाई 2025 को चिली के रियो हर्टाडो स्थित ATLAS टेलीस्कोप से
- दिशा: नक्षत्र धनु (Sagittarius) की ओर से आता हुआ
- गति: लगभग 60 किमी/सेकंड
- सूर्य से दूरी: वर्तमान में लगभग 670 मिलियन किमी (4.5 AU) दूर
- पृथ्वी से न्यूनतम दूरी: 1.6 AU (लगभग 240 मिलियन किमी) — कोई खतरा नहीं
- सूर्य के सबसे निकट: 30 अक्टूबर 2025 (1.4 AU)
धूमकेतु फिलहाल सक्रिय है — यानी यह गैस और धूल उत्सर्जित कर रहा है, जिससे इसकी एक पतली पूंछ बन रही है। यह प्रक्रिया वैज्ञानिकों को उसके रासायनिक और भौतिक गुणों का अध्ययन करने में मदद करती है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अब तक केवल दो अंतरतारकीय वस्तुएँ पुष्टि के साथ देखी गई हैं: 1I/‘Oumuamua (2017) और 2I/Borisov (2019)।
- ATLAS (Asteroid Terrestrial-impact Last Alert System) एक NASA-प्रायोजित टेलीस्कोप नेटवर्क है जो पृथ्वी के निकट संभावित खतरनाक वस्तुओं की निगरानी करता है।
- 1 AU (Astronomical Unit) सूर्य और पृथ्वी के बीच की औसत दूरी है — लगभग 150 मिलियन किमी।
क्यों है यह खोज महत्वपूर्ण?
3I/ATLAS एक ऐसा दूत है जो हमारी आकाशगंगा के किसी अज्ञात कोने से आया है, और यह हमें यह समझने का दुर्लभ अवसर देता है कि अन्य तारा प्रणालियों में ग्रह, धूमकेतु और खगोलीय पिंड कैसे बनते हैं। इसके रास्ते और रासायनिक संरचना का विश्लेषण ब्रह्मांड की विविधता और उत्पत्ति के रहस्यों को उजागर करने में मदद कर सकता है।
क्या यह दिखाई देगा?
यह धूमकेतु सितंबर तक ज़मीन-आधारित टेलीस्कोप से दिखाई देता रहेगा। अक्टूबर में यह सूर्य के बहुत करीब चला जाएगा, जिससे यह कुछ समय के लिए ओझल हो जाएगा। दिसंबर की शुरुआत में इसके फिर से दिखने की संभावना है, जब यह सूर्य के दूसरी ओर से निकलेगा।
3I/ATLAS का यह अल्पकालिक परंतु ऐतिहासिक दौरा वैज्ञानिकों के लिए एक खगोलीय खजाना है — ब्रह्मांड से आई एक दुर्लभ झलक, जो जीवन और ग्रहों की उत्पत्ति की हमारी समझ को और गहरा बना सकती है।