सुरिनाम बना अमेज़न क्षेत्र का पहला मलेरिया-मुक्त देश: WHO का ऐतिहासिक प्रमाणन

दक्षिण अमेरिका के अमेज़न क्षेत्र में स्थित सुरिनाम ने मलेरिया उन्मूलन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सुरिनाम को मलेरिया-मुक्त देश घोषित किया है। यह प्रमाणन लगभग 70 वर्षों की सतत प्रतिबद्धता और सामुदायिक सहभागिता का परिणाम है, जिसने इस बीमारी के चक्र को सफलतापूर्वक तोड़ दिया।

क्या है मलेरिया-मुक्त प्रमाणन?

WHO तब किसी देश को मलेरिया-मुक्त घोषित करता है जब वह लगातार तीन वर्षों तक मलेरिया के स्थानिक प्रसार को पूरी तरह समाप्त करने का प्रमाण प्रस्तुत करता है। सुरिनाम में Plasmodium falciparum का अंतिम मामला 2018 में और Plasmodium vivax का अंतिम मामला 2021 में दर्ज किया गया था।

सुरिनाम की मलेरिया-उन्मूलन यात्रा

सुरिनाम में मलेरिया नियंत्रण की शुरुआत 1950 के दशक में तटीय क्षेत्रों में DDT के छिड़काव और एंटी-मलेरिया उपचार के साथ हुई। 1960 तक तटीय क्षेत्र मलेरिया से मुक्त हो गए थे, लेकिन जंगलों के अंदरूनी हिस्सों में पारंपरिक खुले घरों के कारण मच्छरों से बचाव सीमित रहा।

  • 1974 में Medische Zending नामक स्थानीय स्वास्थ्य सेवा संगठन को मलेरिया नियंत्रण का कार्य सौंपा गया।
  • 2001 में मलेरिया मामलों की संख्या 15,000 से अधिक पहुंची, खासकर अवैध सोने की खदानों और प्रवासी मजदूरों की आवाजाही के कारण।
  • 2005 के बाद, ग्लोबल फंड और अमेरिका समर्थित PAHO की मदद से तेजी से निदान और आर्टेमिसिनिन-आधारित उपचार शुरू किए गए।
  • खदान क्षेत्रों में ‘मलेरिया सेवा प्रदाता’ नामक नेटवर्क बनाया गया, जो प्रवासी श्रमिकों को मुफ्त जांच और दवा प्रदान करता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • सुरिनाम अमेज़न क्षेत्र का पहला मलेरिया-मुक्त देश बना है।
  • WHO द्वारा अब तक 46 देश और 1 क्षेत्र मलेरिया-मुक्त घोषित किए गए हैं, जिनमें 12 अमेरिका क्षेत्र के देश शामिल हैं।
  • Elimination 2025 Initiative के तहत WHO ने सुरिनाम को उन देशों में शामिल किया था जो 2025 तक मलेरिया समाप्त कर सकते हैं।
  • मलेरिया सेवा प्रदाता मॉडल एक अभिनव दृष्टिकोण है जो कठिन इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करता है।

नेतृत्व, भागीदारी और सतत निगरानी

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अमर रामाधिन ने इस अवसर पर कहा कि मलेरिया से मुक्त होने का अर्थ है कि अब हमारी जनसंख्या इस जानलेवा बीमारी से सुरक्षित है। यह उपलब्धि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार, पर्यटन में वृद्धि और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी।
साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस स्थिति को बनाए रखने के लिए सतत सतर्कता आवश्यक है, ताकि बीमारी की पुनः वापसी न हो। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस ने सुरिनाम की समान स्वास्थ्य सेवा पहुंच और समावेशी रणनीतियों की सराहना की।
सुरिनाम की यह उपलब्धि यह दर्शाती है कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति, वैज्ञानिक सहयोग और सामुदायिक भागीदारी हो, तो अमेज़न जैसे चुनौतीपूर्ण भूभागों में भी मलेरिया उन्मूलन संभव है। यह अन्य देशों के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण बन गया है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां मलेरिया अब भी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बना हुआ है।

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