सरकार जल्द शुरू करेगी ‘स्टैटिस्टिकल बिज़नेस रजिस्टर’ पहल, व्यवसायिक आंकड़ों को मिलेगा एकीकृत मंच

भारत सरकार व्यवसायिक आंकड़ों को एकीकृत, अद्यतन और विश्लेषणात्मक स्वरूप में प्रस्तुत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) स्टैटिस्टिकल बिज़नेस रजिस्टर (SBR) नामक एक नया प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च करने की तैयारी में है। यह रजिस्टर भारत में जिलावार सक्रिय व्यवसायों का डेटा एकत्र करेगा, जिसे राज्य स्तर तक समेकित किया जाएगा।

SBR की आवश्यकता और महत्व

वर्तमान में भारत में व्यवसायिक आंकड़े खण्डित, असंगत और दोहरावपूर्ण हैं। एकीकृत डेटा की अनुपस्थिति नीति निर्धारण, आर्थिक विश्लेषण और रोजगार संबंधी आकलन में अड़चन पैदा करती है। इसी समस्या को हल करने के लिए SBR को विकसित किया जा रहा है।
SBR के प्रमुख उपयोग:

  • व्यवसाय भावना/दृष्टिकोण सर्वेक्षण तैयार करना
  • बाज़ार विश्लेषण और निवेश क्षमता की पहचान
  • GDP अनुमान, औद्योगिक प्रदर्शन और रोजगार रुझान
  • नीति निर्धारण के लिए आधारभूत आंकड़े

किन स्रोतों से आएगा डेटा?

SBR में डेटा विभिन्न विश्वसनीय सरकारी स्रोतों से लिया जाएगा, जैसे:

  • कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO)
  • कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय
  • वस्तु एवं सेवा कर (GST) आंकड़े
  • वार्षिक औद्योगिक सर्वेक्षण (ASI)
  • आर्थिक जनगणना, जिससे संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों की जानकारी मिलेगी

यह डेटा हर तिमाही या मासिक रूप में अद्यतन किया जा सकता है, जो तकनीकी और व्यावहारिकता पर निर्भर करेगा।

अंतरराष्ट्रीय मान्यता और सहयोग

यह पहल संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग (UNSD) की अनुशंसा के अनुरूप है, जिसे दुनिया के 60% से अधिक विकासशील देशों ने अपनाया है। UNSD वैश्विक सांख्यिकीय मानकों को तय करता है और देशों को उनके राष्ट्रीय सांख्यिकीय ढांचे को सुदृढ़ करने में मदद करता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • MoSPI: भारत सरकार का मंत्रालय जो सांख्यिकीय डेटा संग्रहण, विश्लेषण और नीति निर्माण हेतु जिम्मेदार है
  • SBR: Statistical Business Register — व्यवसायों का एक समेकित और अपडेटेड सांख्यिकीय डेटाबेस
  • UNSD: संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी प्रभाग, जो विश्व भर में सांख्यिकीय मानकों और डेटा साझेदारी को नियंत्रित करता है
  • EPFO: भारत का सामाजिक सुरक्षा संगठन, जो औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारियों का डेटा रखता है
  • GST डेटा: पंजीकृत व्यापारियों से प्राप्त टैक्स रिटर्न, जो व्यापारिक गतिविधियों का रीयल-टाइम संकेत देता है
  • Economic Census: सभी प्रकार के प्रतिष्ठानों की गणना, जो भारत की व्यावसायिक संरचना को दर्शाता है

SBR के ज़रिए सरकार एक ऐसा डेटा प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है जो विश्वसनीय, समग्र और रणनीतिक रूप से उपयोगी होगा। इससे न केवल नीति निर्माण बेहतर होगा, बल्कि निजी क्षेत्र, शोध संस्थान और निवेशक वर्ग को भी ठोस डेटा विश्लेषण की सुविधा मिलेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *