संचार मित्र योजना: युवाओं को डिजिटल जागरूकता का अग्रदूत बनाने की पहल

भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) की असम LSA इकाई ने हाल ही में गुवाहाटी स्थित बीएसएनएल भवन में राज्य के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों — IIT, IIIT, NIT और अन्य तकनीकी कॉलेजों — के प्रतिनिधियों के साथ ‘संचार मित्र योजना’ पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। यह योजना युवाओं को ‘डिजिटल एंबेसडर’ के रूप में तैयार करने की एक अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य नागरिकों और टेलीकॉम प्रणाली के बीच की दूरी को पाटना है।

योजना की संरचना और उद्देश्य

कार्यक्रम की अध्यक्षता दूरसंचार महानिदेशक कार्यालय की सलाहकार सुश्री सुनीता चंद्रा ने की। उन्होंने कहा कि यह योजना उपभोक्ताओं, उपयोगकर्ताओं और आम जनता को बेहतर तरीके से टेलीकॉम सेवाओं से जोड़ने और उन्हें डिजिटल रूप से सशक्त करने का माध्यम है। असम LSA प्रमुख श्री सुरेश पुरी ने योजना के तीन स्तंभ — CONNECT, EDUCATE, INNOVATE — पर प्रकाश डाला।
डॉ. हेमेन्द्र कुमार शर्मा ने टेलीकॉम क्रांति में भारत की भूमिका और डिजिटल धोखाधड़ी जैसे खतरे से लोगों को सतर्क करने की आवश्यकता पर बल दिया।

संचार मित्र की भूमिका

योजना के तहत चयनित छात्र स्वयंसेवकों को ‘संचार मित्र’ के रूप में नामित किया जाएगा, जिनका मुख्य कार्य होगा:

  • डिजिटल सुरक्षा और साइबर फ्रॉड से बचाव के प्रति जागरूकता फैलाना।
  • मोबाइल का जिम्मेदार उपयोग और EMF रेडिएशन से जुड़े मिथकों पर जानकारी देना।
  • डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना।

संचार मित्रों को प्रशिक्षण राष्ट्रीय संचार अकादमी (NCA-T) और DoT मीडिया विंग द्वारा दिया जाएगा। वे समुदायों, एनजीओ और स्कूलों में जाकर जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएंगे।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • संचार मित्र योजना: युवाओं को टेलीकॉम जागरूकता और साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षित कर ‘डिजिटल एंबेसडर’ बनाने की योजना।
  • श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया: योजना के पुनः लॉन्च के समय केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्व क्षेत्र विकास मंत्री।
  • चार D का दृष्टिकोण: लोकतंत्र (Democracy), जनसंख्या (Demography), डिजिटलीकरण (Digitization), और डिलीवरी (Delivery) — इन चार आधारों पर आधारित भारत का विजन।
  • प्रशिक्षण संस्थान: National Communications Academy – Technology (NCA-T)

युवाओं को मिलेगा राष्ट्रीय मंच

संचार मित्रों का मूल्यांकन उनकी नवाचार, स्थिरता और जन प्रभाव के आधार पर किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को इंटर्नशिप, राष्ट्रीय परियोजनाओं में भागीदारी, इंडिया मोबाइल कांग्रेस जैसे मंचों में भाग और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ITU नीति बैठकों में सहभागिता का अवसर मिल सकता है।
संचार मित्र योजना भारत की डिजिटल शक्ति को जमीनी स्तर पर सशक्त करने का एक प्रभावी कदम है। यह न केवल नागरिकों को जागरूक बनाएगा, बल्कि छात्रों को तकनीकी, अनुसंधान और नेतृत्व कौशल में परिपक्व करेगा — भारत को वैश्विक टेलीकॉम नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल बन चुकी है।

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