शेनझोउ-12 : 2016 के बाद से चीन की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान

शेनझोउ-12 : 2016 के बाद से चीन की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान

चीनी अंतरिक्ष यान शेनझोउ-12 (Shenzhou-12) जल्द ही लॉन्ग मार्च रॉकेट की सहायता से गोबी रेगिस्तान से उड़ान भरेगा। अंतरिक्ष यान तीन लोगों को एक परिक्रमा करने वाले अंतरिक्ष मॉड्यूल में ले जाएगा जहां वे तीन महीने तक रहेंगे। 2016 के बाद यह पहली बार होगा जब चीन इंसानों को अंतरिक्ष में भेजेगा।

मुख्य बिंदु

शेनझोउ-12 का अर्थ है दिव्य पोत (Divine Vessel)। यह 11 मिशनों में से तीसरा होगा, जिन्हें चीन द्वारा 2022 तक अपने अंतरिक्ष स्टेशन को पूरा करने के लिए लांच किया जायेगा। 11 में से चार मिशन ऐसे होंगे जिसमें लोग सवार होंगे। इस तरह कुल 12 चीनी अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जाएंगे।

शेनझोउ-12 मिशन (Shenzhou-12 Mission)

Shenzhou-12 चालक दल पर रहें तियान्हे में रहेंगे जो 16.6 मीटर लंबाई और 4.2 मीटर व्यास वाला एक सिलिंडर है। 2016 के मिशन में 30 दिनों के प्रवास के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यह क्रू तीन महीने तक अंतरिक्ष में रहेगा।

पृष्ठभूमि

चीनी अंतरिक्ष यात्रियों की वर्तमान में अपेक्षाकृत कम अंतरराष्ट्रीय प्रोफ़ाइल है क्योंकि अमेरिका के कानून ने नासा को चीन के साथ किसी भी संबंध से प्रतिबंधित कर दिया है। इस प्रकार, चीनी अंतरिक्ष यात्री दो दशक से अधिक समय से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर नहीं गए हैं। इस प्रकार, चीन 2030 तक एक प्रमुख अंतरिक्ष यान शक्ति बनने के उद्देश्य से कई अंतरिक्ष मिशन लांच कर रहा है। हाल ही में, मई 2021 में यह मंगल पर रोवर उतारने वाला दूसरा देश बन गया।

Originally written on June 15, 2021 and last modified on June 15, 2021.

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