रूस और बेलारूस ने यूक्रेन की सीमा के पास सैन्य अभ्यास शुरू किया
रूस और बेलारूस ने 10 फरवरी, 2022 को यूक्रेन के साथ बेलारूसी सीमा के पास संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया।
मुख्य बिंदु
- यह सैन्य अभ्यास 10 दिनों के अभ्यास के एक भाग के रूप में शुरू हुआ।
- लगभग 30,000 रूसी सैनिक और सभी बेलारूसी सशस्त्र बल इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
- यह सेनाएं तब शामिल हुईं हैं जब रूस ने यूक्रेन के साथ अपनी सीमा के साथ-साथ क्रीमिया प्रायद्वीप में सेना को जमा कर दिया है।
- इस अभ्यास के लिए कई उपकरणों को रूस से हजारों मील की यात्रा के बाद लाया गया।
- रूस की S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली यूक्रेन के साथ सीमा के पास बेलारूस में सक्रिय हो गई है।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
यूक्रेन ने इसके जवाब ने स्वयं का 10 दिनों का अभ्यास शुरू किया है। यूक्रेन के अभ्यास में करीब 10,000 सैनिक शामिल हैं। यूक्रेन के अभ्यास में जेवलिन एंटी-टैंक मिसाइलें शामिल होंगी जो हाल ही में अमेरिका ने उसे दी हैं, उसके अलावा इस अभ्यास में ब्रिटिश NLAW एंटी-टैंक हथियार भी शामिल होंगे।
काला सागर में रूस का मिसाइल परीक्षण
रूस काला सागर में मिसाइल परीक्षण की भी तैयारी कर रहा है, जिसके बारे में यूक्रेन का कहना है कि इससे काला सागर और आज़ोव सागर में नौवहन असंभव हो जाएगा।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के लिए आगे का रास्ता
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में मास्को और कीव के लिए एक राजनयिक मिशन को अंजाम दिया। उनके अनुसार, मिन्स्क समझौतों को लागू करके रूस-यूक्रेन के लिए आगे का रास्ता खोजा जा सकता है।
मिन्स्क समझौता (Minsk Agreement) क्या है?
मिन्स्क समझौता 2014 में यूक्रेन पर त्रिपक्षीय संपर्क समूह द्वारा तैयार किया गया था, जिसमें रूस, यूक्रेन और यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (OSCE) शामिल थे। इस समझौते ने यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में युद्ध को समाप्त करने का प्रयास किया। इस प्रकार 12 फरवरी, 2015 को उपायों के एक नए पैकेज, मिन्स्क II पर हस्ताक्षर किए गए। लेकिन यह भी स्थिति में सुधार करने में विफल रहा। हालांकि, मिन्स्क II संघर्ष पर भविष्य के किसी भी समाधान के लिए आधार बना रहेगा।