रिलायंस ने नया स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय की घोषणा की

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अगले तीन वर्षों के लिए सौर फोटोवोल्टिक सेल बनाने के लिए एक नई स्वच्छ ऊर्जा कारखाना शुरू करने की घोषणा की है।
नया स्वच्छ ऊर्जा व्यवसाय
- मुकेश अंबानी 75,000 करोड़ रुपये की निवेश परियोजना शुरू करेंगे।
- अगले तीन वर्षों के लिए सौर फोटोवोल्टिक सेल, ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी और ईंधन सेल बनाने के लिए चार ‘गीगा’ फैक्ट्री स्थापित की जाएँगी।
- यह 100 GW सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित करेगा।
- इन क्षमताओं को गांवों में रूफटॉप इंस्टॉलेशन और डी-सेंट्रलाइज्ड ऑपरेशंस के जरिए स्थापित किया जाएगा।
- रिलायंस सोलर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, एनर्जी स्टोर करने के लिए बैटरी फैक्ट्री, फ्यूल सेल बनाने वाली फैक्ट्री और इलेक्ट्रोलाइजर यूनिट लगाएगी जो बिजनेस के तहत ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी।
- यह नया व्यवसाय भारत के साथ-साथ दुनिया में हरित ऊर्जा की खाई को पाटने के उद्देश्य से स्थापित किया जाएगा।
चार गीगा फैक्ट्रियों का उद्देश्य
रिलायंस नई ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र, ऊर्जा भंडारण बैटरी कारखाने, सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल कारखाने, इलेक्ट्रोलाइज़र कारखाने और ईंधन सेल कारखाने के सभी महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण और एकीकृत करने के लिए “धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स” के तहत चार गीगा कारखानों की स्थापना करेगी। इन चारों फैक्ट्रियों को 60,000 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित किया जाएगा। रिलायंस 2030 तक 100 गीगावॉट की सौर क्षमता भी बनाएगी।
Originally written on
June 25, 2021
and last modified on
June 25, 2021.