राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारत की पहली आपातकालीन लैंडिंग सुविधा
केंद्रीय रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह और केंद्रीय राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने 9 सितंबर, 2021 को राजस्थान में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का उद्घाटन किया।
मुख्य इबंदु
- इस आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का निर्माण राजस्थान के बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) 925A के सट्टा-गंधव खंड पर किया गया है।
- इस अवसर पर, भारतीय वायु सेना (IAF) का C-130J सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान राजस्थान के जालोर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपातकालीन क्षेत्र में उतरा।
- यह पहली बार है जब भारतीय वायुसेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा।
इस सुविधा का निर्माण किसने किया?
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने IAF की देखरेख में NH-925A पर सट्टा-गंधव खंड का तीन किलोमीटर का खंड विकसित किया है।
आपातकालीन लैंडिंग सुविधा (Emergency Landing Facility)
यह सुविधा भारतीय वायुसेना के लिए NH-925A पर किमी 41/430 से किमी 44/430 तक विकसित की गई थी। यह बाड़मेर (राजस्थान) में सट्टा-गंधव और गगरिया-बखासर खंड के नव विकसित टू-लेन खंड का एक हिस्सा है। इस राजमार्ग की कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है, जबकि आपातकालीन लैंडिंग सुविधा की लंबाई 3.5 किमी है। भारतमाला परियोजना के तहत इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है। इसे 19 महीने में पूरा किया गया था।
आपातकालीन लैंडिंग सुविधा का महत्व
इस सुविधा का उपयोग हर दिन सड़क यातायात प्रवाह के लिए किया जाएगा। हालांकि, IAF के संचालन के दौरान, इसका उपयोग IAF के सभी प्रकार के विमानों की लैंडिंग की सुविधा के लिए किया जाएगा। यह राजस्थान में जालोर और बाड़मेर जिलों के गांवों के बीच संपर्क में सुधार करेगा।