राजस्थान ने महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण कार्यक्रम लांच किए
राजस्थान सरकार ने नियमित योजनाओं में व्यवधान से प्रभावित महिलाओं और बच्चों के लाभ के लिए पोषण-केंद्रित कल्याणकारी कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की।
मुख्य बिंदु
- कोविड-19 महामारी के बीच एकीकृत बाल विकास सेवाओं (Integrated Child Development Services) और मध्याह्न भोजन योजना जैसी योजनाओं के बाधित होने के कारण राजस्थान में महिलाएं और बच्चे प्रभावित हुए हैं।
- राज्य सरकार सूक्ष्म पोषक तत्व संकट (micronutrient crisis) की चुनौती का सामना कर रही है।
- व्यवधान के बाद, विशेषज्ञों ने सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूर्ति में तेजी लाने और खाद्य सुदृढ़ीकरण को मजबूत करने के लिए रणनीति अपनाने का आह्वान किया।
- इस प्रकार, राजस्थान सरकार ने “पोषण केंद्रित कार्यक्रम” शुरू किया है क्योंकि कोरोनावायरस महामारी की तीसरी लहर से इस स्थिति के और खराब होने की संभावना है।
पोषण-केंद्रित कार्यक्रम (Nutrition-Focused Programmes)
- इस कार्यक्रम के तहत इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi Yojana) गरीबों और जरूरतमंदों को दिन में दो बार भोजन उपलब्ध कराएगी। इस योजना ने महामारी के बीच लोगों को काफी राहत दी थी।
- सरकार गर्भवती महिलाओं के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली को भी बढ़ावा दे रही है और ऐसी महिलाओं को स्वस्थ बच्चों को जन्म देने में सक्षम बनाने के लिए उन्हें सहायता प्रदान कर रही है।
- ग्राम पंचायतें पोषण योजनाओं को सुदृढ़ करने और स्कूलों में छात्रों को पोषण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi Yojana)
इंदिरा रसोई योजना अगस्त, 2020 में गरीबों और जरूरतमंदों को दिन में दो बार रियायती दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस योजना के तहत एक थाली में 100 ग्राम दाल और सब्जियां और 250 ग्राम चपाती और अचार परोसा जाता है।