भूमध्य सागर में ‘एक अरब में एक’ समुद्री हीटवेव: जलवायु परिवर्तन का विकराल संकेत

जुलाई 2025 में भूमध्य सागर एक अत्यंत तीव्र समुद्री हीटवेव का सामना कर रहा है, जिसे वैज्ञानिकों ने “एक अरब में एक” जलवायविक घटना बताया है। यह असाधारण तापमान, जो कुछ क्षेत्रों में सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस तक अधिक है, मानवजनित जलवायु परिवर्तन के बिना संभव नहीं होता।

समुद्री हीटवेव क्या है?

समुद्री हीटवेव वह स्थिति है जब समुद्र की सतह और उपसतही तापमान सामान्य से लगातार अधिक रहता है। भूमध्य सागर में यह स्थिति जून में शुरू हुई हीट डोम के कारण और अधिक गंभीर हो गई है।
हीट डोम एक उच्च दबाव प्रणाली होती है, जिसमें हवा नीचे की ओर दबती है और गर्म होकर समुद्र व भूमि दोनों पर अत्यधिक गर्मी पैदा करती है। यह गर्मी समुद्र की परतों में मिश्रण की प्रक्रिया को बाधित करती है जिससे तापमान लगातार बढ़ता है।

तापमान के आंकड़े और विश्लेषण

  • जलवायु विशेषज्ञ जेफ बरार्डेली के अनुसार, इस वर्ष भूमध्य सागर का तापमान रिकॉर्ड स्तर पर है — जुलाई की शुरुआत में ही यह देर गर्मी के औसत से कहीं अधिक है।
  • फ्रांस और इटली के पास समुद्री तापमान 31°C तक पहुंच गया है।
  • तापमान विचलन 6 मानक विचलन (standard deviations) से अधिक है, जो इसे एक अरब में एक घटना बनाता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • हीट डोम (Heat Dome): वायुमंडल में बना उच्च दबाव क्षेत्र जो लगातार गर्मी का निर्माण करता है।
  • SST (Sea Surface Temperature): समुद्र की सतह का तापमान — जलवायु परिवर्तन और तूफानों की संभावना से जुड़ा हुआ कारक।
  • Dew Point: वह तापमान जिस पर वायुमंडलीय वाष्प पूर्ण संतृप्त हो जाता है — अधिक ड्यूपॉइंट का अर्थ अधिक वर्षा क्षमता।
  • Global Change Biology (2022): 2015-2019 के बीच 5 बड़े समुद्री मृत्यु घटनाएँ दर्ज हुईं, जिनमें हज़ारों किलोमीटर समुद्र तट प्रभावित हुआ।

पारिस्थितिकी और मौसम पर प्रभाव

  • समुद्री जीवन, मछलीपालन और तटीय आजीविका को खतरा।
  • स्पेन के मत्स्य क्षेत्रों में तापमान हर दशक 0.75°C बढ़ रहा है।
  • समुद्री हीटवेव से अधिक नमी वायुमंडल में जाती है, जिससे आने वाले महीनों में अत्यधिक बारिश और तूफानों की आशंका बढ़ जाती है।
  • 2024 के अक्टूबर में पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी स्पेन में एक ही रात में सालभर की वर्षा हुई, जिससे 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई।

आने वाले खतरे

यदि यह उच्च तापमान देर गर्मी तक जारी रहता है, तो इससे:

  • विनाशकारी तूफान और बाढ़ हो सकती है।
  • इटली, स्पेन, अल्पाइन क्षेत्र और बाल्कन तटों पर जान-माल की भारी हानि संभव है।

भूमध्य सागर में यह असाधारण हीटवेव वैश्विक जलवायु संकट का जीवंत प्रमाण है। अब आवश्यक है कि न केवल वैज्ञानिक स्तर पर निरंतर निगरानी की जाए, बल्कि वैश्विक नीति में ठोस और त्वरित जलवायु कार्रवाई की दिशा में निर्णायक कदम उठाए जाएँ।

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