भारत-रूस 2+2 वार्ता: AK-203 पर समझौता किया गया
भारत-रूस 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद दिसंबर, 2021 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया। यह दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों और विदेश मामलों के मंत्रियों द्वारा आयोजित किया गया।
भारत-रूस 2+2 वार्ता
- यह भारत और रूस के बीच आयोजित पहली 2+2 वार्ता है।
- इस वार्ता के दौरान दोनों देशों ने अफगानिस्तान में चल रहे हालात पर चर्चा की।
- इस संवाद ने देशों के बीच सैन्य सहयोग और संयुक्त विकास का विस्तार किया।
- इसने भारत में सैन्य प्लेटफार्मों के उत्पादन पर भी ध्यान केंद्रित किया।
- नेताओं ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान के घटनाक्रम के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
भारत का फोकस
इस वार्ता में भारत का फोकस इस प्रकार हैं:
- भारत का लक्ष्य मध्य एशिया में अधिक से अधिक जुड़ाव का है
- आत्मनिर्भरता प्राप्त करना
- स्वतंत्र और खुला हिन्द-प्रशांत क्षेत्र
समझौतों पर हस्ताक्षर
- इस बातचीत के दौरान भारत ने रूस के साथ छह लाख से अधिक AK-203 राइफल खरीदने का अनुबंध किया। इस समझौते पर भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड कार्यक्रम के तहत हस्ताक्षर किए गए थे। इस समझौते के तहत रायफल का निर्माण अमेठी में एक संयुक्त उद्यम के तहत किया जायेगा। इन राइफल्स का निर्माण 5,000 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा।
- कलाश्निकोव श्रृंखला के छोटे हथियारों के निर्माण के लिए सहयोग पर समझौते में संशोधन के लिए दोनों देशों ने एक संधि पर हस्ताक्षर किए। इस संधि पर 2019 में हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत देशों को अगले दशक यानी 2021 से 2031 के बीच सैन्य प्रौद्योगिकी सहयोग का विस्तार करेंगे।
- नेताओं ने तेल, अंतरिक्ष, हेलीकॉप्टर और रक्षा रसद के क्षेत्र में 10 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
महत्व
- यह संवाद आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद जैसी नई चुनौतियों पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
- इन समझौतों से भारत को अपनी क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलती है।
इंडो-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड
- यह उत्तर प्रदेश के अमेठी में राइफल निर्माण की सुविधा है। यह आयुध निर्माणी बोर्ड और रूस की कलाश्निकोव का एक संयुक्त उद्यम है। कलाश्निकोव दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली बंदूकों में से एक है। कलाश्निकोव श्रेणी की बंदूकों की लगभग 72 मिलियन राइफलें प्रचलन में हैं। AK-47 भी कलाश्निकोव श्रेणी की बंदूक है। AK-19 और AK-204 बंदूक के उन्नत संस्करण हैं।
- AK-203 SIG716 के साथ भारत की AK-47 और INSAS राइफलों की जगह लेगा। SIG716 अमेरिका बेस्ड SIG Sauer द्वारा निर्मित है।