भारत में सुशासन दिवस कब मनाया जाता है ?

भारत में हर वर्ष 25 दिसंबर को “सुशासन दिवस” (Good Governance Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य देश में पारदर्शी, उत्तरदायी और प्रभावी प्रशासन की भावना को प्रोत्साहित करना है।

सुशासन दिवस की शुरुआत

सुशासन दिवस की शुरुआत वर्ष 2014 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस दिन को श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि के रूप में विशेष महत्व दिया गया और इसे राष्ट्र में सुशासन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया गया। अटल जी न केवल एक कुशल राजनेता थे बल्कि एक प्रखर वक्ता, विचारक और सच्चे लोकतंत्र प्रेमी भी थे।

सुशासन का अर्थ और महत्व

‘सुशासन’ का शाब्दिक अर्थ है – अच्छा शासन या अच्छी प्रशासनिक व्यवस्था। इसका उद्देश्य सरकारी नीतियों और सेवाओं को जनहित में इस प्रकार लागू करना है कि वे पारदर्शी, निष्पक्ष और जवाबदेह हों। सुशासन का मूल तत्व है:

  • जनता की भागीदारी
  • पारदर्शिता
  • उत्तरदायित्व
  • कानून का शासन
  • भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन
  • कुशल एवं प्रभावी सेवा वितरण

इस दिन के आयोजन

सुशासन दिवस के अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों और प्रशासकीय संगठनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं:

  • निबंध प्रतियोगिताएं और वाद-विवाद
  • सुशासन पर कार्यशालाएं
  • ई-गवर्नेंस पहल की समीक्षा
  • प्रशासनिक सुधारों पर सेमिनार
  • सरकारी सेवाओं में सुधार हेतु सुझाव आमंत्रित करना

डिजिटल इंडिया और सुशासन

डिजिटल इंडिया कार्यक्रम भारत सरकार की एक महत्त्वपूर्ण पहल है जो सुशासन के लक्ष्य को पूरा करने में सहायक है। ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन सेवाएं, डिजिटल लेन-देन, और जन कल्याणकारी योजनाओं की पारदर्शी निगरानी इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

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