भारतीय नौसेना ने अल्जीरियाई नौसेना के साथ पहले अभ्यास में हिस्सा लिया

भारतीय नौसेना ने अल्जीरियाई नौसेना के साथ पहले अभ्यास में हिस्सा लिया

भारतीय और अल्जीरियाई नौसेनाओं ने 29 अगस्त, 2021 को अल्जीरिया के तट पर अपना पहला नौसैनिक अभ्यास आयोजित किया।

मुख्य बिंदु 

  • यह अभ्यास दो देशों के बीच बढ़े हुए समुद्री सहयोग को दर्शाता है।
  • स्टेल्थ शिप आईएनएस तबर ने भारत का प्रतिनिधित्व किया जबकि अल्जीरिया का प्रतिनिधित्व इसके नौसैनिक जहाज एएनएस एज़गर (ANS Ezager) ने किया।
  • इस अभ्यास के हिस्से के रूप में, भारतीय और अल्जीरियाई युद्धपोतों के बीच संचार प्रक्रियाओं, समन्वित युद्धाभ्यास जैसी गतिविधियों को अंजाम दिया गया।
  • इस नौसैनिक अभ्यास ने दोनों नौसेनाओं के लिए आपसी संचालन की अवधारणा को समझने, अंतरसंचालनीयता (interoperability) बढ़ाने और सहयोग बढ़ाने की संभावना को खोल दिया है।

भारत-अल्जीरिया संबंध (India-Algeria Relations)

दोनों देशों ने राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं। अल्जीरिया का नई दिल्ली में दूतावास है जबकि भारत ने अल्जीयर्स में दूतावास स्थापित किया है। वे गुटनिरपेक्ष आंदोलन का हिस्सा हैं ।अफ्रीकी संघ का सदस्य होने के नाते, अल्जीरिया सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता है। दोनों देशों के बीच व्यापार 2001 में 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2011 में 3.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। दोनों देशों ने तेल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए हैं।

अल्जीरिया में भारत का बाजार

अल्जीरिया में भारतीय कार कंपनी मारुति का बड़ा बाजार है। यह मारुति के लिए तीसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।

अल्जीरिया को भारत की सहायता

भारत ने मई, 2003 में अल्जीरिया में भूकंप के पीड़ितों की मदद करने के लिए अल्जीरिया को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मानवीय सहायता भी प्रदान की थी। भारत ने अप्रैल, 2004 में आधा मिलियन अमेरिकी डॉलर की दवाएं सौंपीं थी।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने जुलाई 2010 में अल्जीरिया के उपग्रह Alsat 2A को कक्षा में प्रक्षेपित किया।

Originally written on September 1, 2021 and last modified on September 1, 2021.

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