‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar) प्रदान किये गये
गणतंत्र दिवस से पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जनवरी, 2022 को कोविड -19 महामारी के बीच प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) के पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की।
मुख्य बिंदु
- प्रधानमंत्री ने उन्हें ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी का उपयोग करके डिजिटल रूप से प्रमाण पत्र भी प्रदान किए। पुरस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र देने के लिए पहली बार इस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया।
- उन्होंने इन बच्चों को पूरे समाज के लिए प्रेरणा बताया और कहा कि उनका काम किस तरह देश की मदद कर सकता है, इसे ध्यान में रखकर काम करें।
कितने पुरस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ?
14 लड़कियों सहित 29 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) से सम्मानित किया गया। उन्हें 6 क्षेत्रों, नवाचार, खेल, शैक्षिक उपलब्धियों, समाज सेवा, कला और संस्कृति और बहादुरी में सम्मानित किया गया।
ईनाम
PMRBP के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, एक प्रमाण पत्र के अलावा 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। नकद पुरस्कार PMRBP 2022 के विजेताओं के संबंधित खातों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
चयन करने का मापदंड
इस पुरस्कार के लिए छात्रों का चयन 6 श्रेणियों में उनकी उपलब्धियों के आधार पर किया जाता है, जैसे कि नवाचार, शैक्षिक, सामाजिक सेवा, खेल, कला और संस्कृति और बहादुरी।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar)
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, जिसे बच्चों के लिए प्रधानमंत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार भी कहा जाता है, भारत में एक नागरिक सम्मान है। इसे दो श्रेणियों में प्रस्तुत किया गया है:
- बाल शक्ति पुरस्कार – यह 18 वर्ष से कम आयु के भारतीय नागरिकों को 6 श्रेणियों में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए प्रदान किया जाता है। इसकी स्थापना 1996 में एनजीओ इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर द्वारा की गई थी। इसे पहले “राष्ट्रीय बाल पुरस्कार” के रूप में जाना जाता था।
- बाल कल्याण पुरस्कार – यह उन व्यक्तियों या संगठनों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने बाल संरक्षण, बाल विकास या बाल कल्याण में उत्कृष्ट योगदान दिया है। इसे पहले राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार के रूप में जाना जाता था। इस पुरस्कार की स्थापना 1979 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा की गई थी।
दोनों पुरस्कारों का नाम बदलकर 2018 में “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार” के रूप में जोड़ा गया। यह महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रशासित है। यह पुरस्कार भारत के गणतंत्र दिवस से पहले के सप्ताह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है। भारत के प्रधानमंत्री भी अपने आवास पर पुरस्कार विजेताओं से मिलते हैं।