दुनिया का पहला स्वच्छ परमाणु रिएक्टर एक्टिवेट करेगा चीन
चीनी सरकार के एक वैज्ञानिक ने एक प्रायोगिक परमाणु रिएक्टर की योजना का खुलासा किया है जिसे ठंडा करने के लिए पानी की आवश्यकता नहीं होती है। यह रिएक्टर यूरेनियम के बजाय तरल थोरियम पर चलेगा और पारंपरिक रिएक्टरों की तुलना में अधिक सुरक्षित होने की उम्मीद है। पिघला हुआ नमक, जब हवा के संपर्क में आता है, तो ठंडा हो जाता है और जल्दी से जम जाता है और इस प्रकार थोरियम को इन्सुलेट करता है, जिससे किसी भी संभावित रिसाव में पारंपरिक रिएक्टरों से लीक की तुलना में इससे पर्यावरण में बहुत कम विकिरण फैल सकता है।
मुख्य बिदु
- उम्मीद की जा रही है कि यह प्रोटोटाइप रिएक्टर अगस्त में पूरा हो जाएगा और पहला परीक्षण सितंबर में शुरू होगा।
- यह परीक्षण पहले ऐसे वाणिज्यिक रिएक्टर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा जो वर्ष 2030 तक निर्माण के लिए निर्धारित है। चूंकि इस प्रकार के रिएक्टर के लिए पानी की आवश्यकता नहीं होती है, यह रेगिस्तानी क्षेत्रों में काम करने में सक्षम होगा।
- वुवेई (Wuwei) के रेगिस्तानी शहर को पहले रिएक्टर के स्थान के रूप में चुना गया है, और चीनी सरकार पश्चिमी चीन के मैदानी इलाकों और रेगिस्तान में ऐसे और रिएक्टर बनाने की योजना बना रही है।
- शंघाई इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड फिजिक्स की एक टीम ने इस प्रोटोटाइप को विकसित किया है।
थोरियम (Thorium)
थोरियम एक रेडियोधर्मी धातु है। यह यूरेनियम की तुलना में अधिक प्रचुर मात्रा में और काफी सस्ता है, और इसका उपयोग आसानी से परमाणु हथियार बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है।
Originally written on
July 25, 2021
and last modified on
July 25, 2021.