दिल्ली के मुख्यमंत्री भारत के पहले स्मॉग टॉवर (India’s First Smog Tower) का उद्घाटन करेंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कनॉट प्लेस में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर भारत के पहले स्मॉग टॉवर का उद्घाटन करेंगे।
स्मॉग टावर
- यह 20 मीटर से अधिक लंबी संरचना है और इसे लगभग 1 किमी के दायरे में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए स्थापित किया गया है।
- मॉनसून सीजन के बाद यह टावर पूरी क्षमता से काम करेगा।
- इस स्मॉग-टावर को 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
- इस टावर के प्रदर्शन का आकलन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के वैज्ञानिक करेंगे और वे मासिक रिपोर्ट पेश करेंगे।
आनंद विहार में स्मॉग टॉवर (Smog tower at Anand Vihar)
केंद्र सरकार आनंद विहार में 25 मीटर लंबा स्मॉग टॉवर बनाएगी। इसके 31 अगस्त तक चालू होने की संभावना है।
यह टावर किसने डिजाइन किया है?
कुरिन सिस्टम्स (Kurin Systems) दिल्ली में 12 मीटर लंबा स्मॉग टॉवर विकसित कर रहा है। इस टावर को कुरिन सिटी क्लीनर कहा जाता है। कनॉट प्लेस के टॉवर के साथ-साथ आनंद विहार में अमेरिका के मिनेसोटा विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा विकसित 1,200 एयर फिल्टर शामिल होंगे। इस विश्वविद्यालय ने चीन के जियान में 100 मीटर ऊंचे स्मॉग टॉवर को डिजाइन करने में भी मदद की थी।
पृष्ठभूमि
इस परियोजना को अक्टूबर 2020 में दिल्ली कैबिनेट द्वारा अनुमोदित किया गया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जनवरी 2020 में केंद्र सरकार को आनंद विहार में प्रदूषण कम करने के लिए एक स्मॉग टॉवर बनाने का निर्देश देने के बाद इसे मंजूरी दी गई थी।
स्मॉग टॉवर क्या है?
स्मॉग टावर ऐसी संरचनाएं हैं जिन्हें वायु प्रदूषण कणों को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर एयर प्यूरीफायर के रूप में डिजाइन किया जाता है। ऐसी संरचना के लिए प्रोटोटाइप 2017 में बीजिंग (चीन) में डच कलाकार डैन रूजगार्ड द्वारा बनाया गया था। प्रदूषण से निपटने के लिए 2018 में शीआन, शानक्सी में 100 मीटर का टॉवर बनाया गया था।