थाईलैंड-कंबोडिया सीमा संघर्ष: हिंदू मंदिरों और इतिहास में जड़ें, वर्तमान में विस्फोट

24 जुलाई को थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर सैन्य संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया जब थाई सेना ने कंबोडियाई सैन्य ठिकानों पर एफ-16 लड़ाकू विमानों से हमले किए। इन झड़पों में अब तक कम से कम 11 थाई नागरिकों की मौत हो चुकी है और दोनों देशों ने एक-दूसरे पर संघर्ष भड़काने के आरोप लगाए हैं। इस विवाद की जड़ें उपनिवेश कालीन इतिहास और विवादित हिंदू मंदिरों से जुड़ी हुई हैं।
क्या हो रहा है थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर?
थाई विदेश मंत्रालय ने कंबोडिया पर “आक्रामक रवैया” अपनाने का आरोप लगाते हुए जवाबी सैन्य कार्रवाई की घोषणा की है। थाई सरकार ने दावा किया है कि कंबोडिया ने थाई क्षेत्र में लैंड माइंस बिछाईं, जिससे उसके सैनिक घायल हुए। साथ ही एक सैन्य बेस और अस्पताल पर तोपों से हमले किए गए। दूसरी ओर, कंबोडिया ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताते हुए कहा कि सीमा पर पुराने युद्धों के दौरान छोड़ी गई बारूदी सुरंगें अभी भी मौजूद हैं।
प्रसात ता मुएन थॉम मंदिर के पास क्या हुआ?
गुरुवार की पहली झड़प थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओड्डार मीनचे प्रांत की सीमा पर स्थित प्रसात ता मुएन थॉम मंदिर के पास हुई। यह 12वीं सदी का खमेर मंदिर है, जिसे जयवर्मन सप्तम द्वारा बनवाया गया था और इसमें शिवलिंग, पुस्तकालय और एक चिकित्सीय आश्रय भी है। दोनों देश इस मंदिर पर अधिकार जताते हैं।
थाई सेना ने कंबोडिया पर आरोप लगाया कि उसने ड्रोन से निगरानी कर पहले हमला किया, जबकि कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यह हमला थाई सैनिकों की “अप्रेरित घुसपैठ” के जवाब में आत्मरक्षा में किया गया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- प्रसात ता मुएन थॉम मंदिर एक खमेर स्थापत्य परिसर है, जिसमें तीन धार्मिक इमारतें शामिल हैं।
- थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसमें कई स्थान विवादित हैं।
- प्रेआ विहेयर मंदिर को 2008 में UNESCO विश्व धरोहर घोषित किया गया था, जिसे लेकर भी दोनों देशों के बीच टकराव हुआ।
- 1962 और 2013 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने प्रेआ विहेयर क्षेत्र पर कंबोडिया का अधिकार माना था, लेकिन थाईलैंड ने इसका विरोध किया।
हालिया तनाव क्यों बढ़ा?
मई 2025 में सीमा पर एक सैनिक की मौत के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा। थाई प्रधानमंत्री पायटोंगटार्न शिनवात्रा की एक लीक कॉल, जिसमें उन्होंने अपनी ही सेना की आलोचना की थी, के बाद राजनीतिक संकट गहराया और सरकार ने बहुमत गंवा दिया। इसके बाद सीमा बंद कर दी गई, और दोनों देशों ने व्यापार, इंटरनेट और मीडिया पर भी प्रतिबंध लगा दिए।
बड़ा ऐतिहासिक विवाद क्या है?
थाईलैंड और कंबोडिया का सीमा विवाद 1907 की एक फ्रांसीसी उपनिवेशकालीन नक्शे पर आधारित है। कंबोडिया इस नक्शे को मान्यता देता है जबकि थाईलैंड इसे अस्पष्ट मानता है। सबसे बड़ा विवाद प्रेआ विहेयर मंदिर को लेकर है, जिसे दोनों देश शिव मंदिर मानते हुए अपना बताते हैं।
यह ताजा संघर्ष केवल भौगोलिक या रणनीतिक नहीं है, बल्कि इतिहास, विरासत और राष्ट्रीय अस्मिता से जुड़ा हुआ है। दोनों देशों के लिए आवश्यक है कि वे शांतिपूर्ण समाधान की ओर लौटें, क्योंकि सांस्कृतिक धरोहर को बारूद की आग में झोंकना केवल क्षति का सौदा है।