तमिलनाडु भारत का पहला डुगोंग संरक्षण रिजर्व (Dugong Conservation Reserve) स्थापित करेगा
तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में दक्षिण-पूर्वी तट पर पाक खाड़ी में भारत का पहला डुगोंग संरक्षण रिजर्व (Dugong Conservation Reserve) स्थापित करने की अपनी योजना की घोषणा की।
मुख्य बिंदु
- डुगोंग या सी काऊ (sea cow) एक लुप्तप्राय समुद्री स्तनपायी है। यह निवास स्थान के नुकसान, समुद्री प्रदूषण और समुद्री घास के नुकसान के कारण विलुप्त होने का सामना कर रहा है।
- डुगोंग मन्नार की खाड़ी और तमिलनाडु में पाक खाड़ी में पाया जाता है।
- मन्नार की खाड़ी तमिलनाडु के दक्षिण पूर्वी छोर और पश्चिमी श्रीलंका के बीच एक उथला खाड़ी क्षेत्र है।
- समुदाय की भागीदारी की मदद से, सरकार इस प्रजाति की रक्षा के लिए मन्नार की खाड़ी और पाक खाड़ी क्षेत्र में एक डुगोंग समुद्री संरक्षण रिजर्व का भी निर्माण करेगी।
- पाक खाड़ी में 500 किमी के क्षेत्र में समुद्री संरक्षण रिजर्व स्थापित किया जाएगा।
डुगोंग (Dugong)
डुगोंग एक समुद्री स्तनपायी है और यह सिरेनिया क्रम की एकमात्र जीवित प्रजाति है। यह स्तनपायी समुद्री घास के कारण तटीय निवास स्थान तक ही सीमित है, जो इसके आहार का एक प्रमुख हिस्सा है। इसकी सबसे करीबी रिश्तेदार Steller’s Sea Cow है, जो 18वीं शताब्दी में विलुप्त हो गई थी। IUCN ने डुगोंग को “विलुप्त होने वाली प्रजातियों के लिए कमजोर” के रूप में सूचीबद्ध किया है।