जॉनसन एंड जॉनसन के सिंगल डोज़ वाले टीके को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई
जॉनसन एंड जॉनसन की एकल-खुराक COVID-19 वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंज़ूरी दी गयी है। इस टीके के साथ, भारत के पास 5 आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (emergency use authorization) वाले टीके हैं। यह कदम COVID-19 के खिलाफ भारत की सामूहिक लड़ाई को और बढ़ावा देगा।
जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन
यह वैक्सीन, जिसे जैनसेन COVID-19 वैक्सीन (Janssen COVID-19 Vaccine) भी कहा जाता है, को नीदरलैंड के लीडेन में जैनसेन वैक्सीन द्वारा विकसित किया गया है। इसकी बेल्जियम की मूल कंपनी जानसेन फार्मास्युटिकल्स अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सहायक कंपनी है।
जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की प्रकृति
यह वैक्सीन एक वायरल वेक्टर वैक्सीन है जिसे ह्यूमन एडिनोवायरस (human adenovirus) के आधार पर विकसित किया गया है। SARS-CoV-2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन बनाने के लिए जीन को शामिल करने के लिए इस वैक्सीन को संशोधित किया गया है। एंटीबॉडी का उत्पादन करने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इस स्पाइक प्रोटीन के प्रति प्रतिक्रिया करती है। प्रतिरक्षा विकसित करने के लिए इसे केवल एक खुराक की आवश्यकता होती है।
आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (
इस वैक्सीन को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA), यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) और यूके मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी द्वारा आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण दिया गया था।
वैक्सीन की प्रभावकारिता
जॉनसन वैक्सीन के लिए क्लिनिकल परीक्षण जून, 2020 में शुरू किया गया था। तीसरे चरण में लगभग 43,000 लोग शामिल थे। रोगसूचक (symptomatic) मामलों में वैक्सीन की सिंगल-डोज़ 66% प्रभावी साबित हुई, जबकि यह गंभीर COVID-19 मामलों को रोकने में 85% प्रभावी साबित हुई। इस वैक्सीन ने अस्पताल में भर्ती होने या कोविड -19 बीमारी से होने वाली मृत्यु को रोकने में 100% प्रभावकारिता प्रदान की है।