क्रिवाक क्लास स्टेल्थ फ्रिगेट्स को 2023 में भारत को डिलीवर किया जायेगा
रूस के यूनाइटेड शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन (USC) के प्रमुख के अनुसार, दो अतिरिक्त क्रिवाक श्रेणी के स्टील्थ फ्रिगेट, जो रूस द्वारा बनाए जा रहे हैं, में से पहला 2023 तक भारत को डिलीवर किए जाने की संभावना है।
पृष्ठभूमि
भारत और रूस ने चार क्रिवाक या तलवार श्रेणी के स्टील्थ फ्रिगेट के लिए अक्टूबर 2016 में एक अंतर-सरकारी समझौते (IGA) पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत, दो युद्धपोत सीधे रूस से खरीदे जाने थे जबकि दो गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (Goa Shipyard Limited – GSL) द्वारा बनाए जाने थे। इसके बाद, प्रत्यक्ष खरीद के लिए $1 बिलियन के सौदे पर हस्ताक्षर किए गए। नवंबर 2018 में, GSL ने रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के साथ स्थानीय रूप से फ्रिगेट्स के निर्माण के लिए सामग्री, डिज़ाइन और विशेषज्ञ सहायता प्राप्त करने के लिए $500 मिलियन के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद जनवरी 2019 में रक्षा मंत्रालय और GSL के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्य बिंदु
- रूस के यंतर शिपयार्ड में दो युद्धपोतों के बुनियादी ढांचे तैयार हैं जो जल्द ही पूरे हो जाएंगे।
- GSL में बनने वाले पहले जहाज की ‘कील’ जनवरी, 2021 में जबकि दूसरे जहाज के लिए जून में रखी गई थी।
- जहाजों में इस्तेमाल होने वाले इंजनों की आपूर्ति यूक्रेन के ज़ोर्या नैशप्रोएक्ट (Zorya Nashproekt) द्वारा की जाती है।
भारत में कार्यशील युद्धपोत
भारतीय नौसेना वर्तमान में 6 क्रिवाक श्रेणी के युद्धपोतों का संचालन करती है जिनका वजन लगभग 4,000 टन है।
फ्रिगेट क्या है?
फ्रिगेट एक प्रकार का युद्धपोत है जिसे गति और गतिशीलता के लिए बनाया गया था। ये ऐसे युद्धपोत हो सकते हैं जो एक ही डेक या दो डेक पर कैरिज-माउंटेड गन की अपनी प्रमुख बैटरी ले जाते हैं।