“कोविड टीका संग सुरक्षित वन, धन और उद्यम” अभियान लांच किया गया
हाल ही में केन्द्रीय जनजातीय मामले मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने “कोविड टीका संग सुरक्षित वन, धन और उद्यम” अभियान लांच किया।
अभियान के बारे में
- यह अभियान कोरोनावायरस वैक्सीन और मिथकों, अफवाहों, दुष्प्रचार और गलत सूचनाओं के खिलाफ “इन्फोडेमिक” (infodemic) को मात देने में मदद करेगा।
- यह आश्वासन, गर्व और आत्म-प्रभावकारिता पर ध्यान केंद्रित करता है और आदिवासी क्षेत्रों में ‘स्वास्थ्य के साथ आजीविका’ को बढ़ावा देता है।
- यह वन धन विकास केंद्र (VDVK) की गतिविधियों को भी ट्रैक करता है और हथकरघा, हस्तशिल्प और वन उत्पादों की खरीद, मूल्यवर्धन और विपणन में लगे आदिवासियों के बीच COVID-19 टीकाकरण गति को तेज करता है।
- यूनिसेफ और WHO के साथ साझेदारी में यह अभियान शुरू किया जा रहा है।
- यह 50 लाख से अधिक आदिवासियों को जोड़ने का प्रयास करता है, इस पर जोर देते हुए कि, COVID-19 टीकाकरण मुफ्त है, आस-पास के केंद्रों पर उपलब्ध है और यह लोगों को अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु से बचाने के साथ-साथ आजीविका गतिविधियों को आगे बढ़ाने में मदद करता है।
अभियान के तीन प्रमुख J
इस अभियान में 3 प्रमुख J’s हैं :
- जीवन – हर जीवन और आजीविका अनमोल है और टीकाकरण जीवन की कुंजी है।
- जीविका – टीकाकरण से वन धन विकास केंद्र और आजीविका गतिविधियों को बीमारी के संक्रमण के डर के बिना जारी रखने में मदद मिलेगी। यह अस्पताल में भर्ती होने और अन्य अवसर लागतों को भी बचाएगा।
- जागरुकता – टीकाकरण के लिए पंजीकरण प्रक्रिया का सरलीकरण।
अभियान का महत्व
यह अभियान स्वयं सहायता समूहों की क्षमता, नेटवर्क और सामान्य सेवा केंद्र, उर्वरक आउटलेट केंद्र, हाट और बाजार, वन धन विकास केंद्र और दूध संग्रह बिंदुओं जैसे अन्य सामान्य बिंदुओं का लाभ उठाएगा।
यह अभियान कैसे चलेगा?
यह अभियान टीके को बढ़ावा देने और COVID उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी रूपांकनों वाली दीवार पेंटिंग का उपयोग करेगा। यह गैर-पारंपरिक भागीदारी और सामुदायिक पहुंच का उपयोग करेगा जैसे कि तड़वी/पटेल जैसे पारंपरिक नेताओं की भागीदारी। जनजातीय आबादी का टीकाकरण करने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य संरचनाओं का उपयोग करके टीकों को अपनाने को प्रोत्साहित किया जायेगा।
Originally written on
July 17, 2021
and last modified on
July 17, 2021.