कनाडा की डिजिटल सेवा कर नीति पर विवाद: अमेरिका से तनाव और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की रणनीतिक चुनौतियाँ

कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव का केंद्र हाल ही में प्रस्तावित “डिजिटल सेवा कर” रहा, जो कनाडा द्वारा अमेरिका की बड़ी तकनीकी कंपनियों पर लगाया जाना था। इस विवाद ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की नई सरकार के समक्ष कूटनीतिक और आर्थिक संतुलन साधने की चुनौती खड़ी कर दी। इस कर के निलंबन से कनाडा-अमेरिका व्यापार वार्ताओं के फिर से पटरी पर लौटने की संभावना बनी है, लेकिन यह फैसला कई दृष्टिकोणों से चर्चा का विषय बन गया है।

डिजिटल सेवा कर: मुद्दा क्या था?

कनाडा की प्रस्तावित डिजिटल सेवा कर नीति के तहत उन विदेशी तकनीकी कंपनियों पर 3% कर लगाया जाना था, जिनकी वार्षिक आय कनाडाई उपयोगकर्ताओं से $20 मिलियन से अधिक होती है। यह कर 2022 से लागू माना जा रहा था, जिससे कंपनियों को पिछली तिथियों से भुगतान करना पड़ता।
इस नीति का मुख्य उद्देश्य था उन बहुराष्ट्रीय तकनीकी कंपनियों से टैक्स वसूलना, जो कनाडा में सेवाएँ तो देती हैं लेकिन यहां की आय पर कर नहीं चुकातीं। प्रभावित कंपनियों में Google, Meta, Apple और Amazon जैसी अमेरिकी दिग्गज शामिल थीं।

अमेरिका की तीखी प्रतिक्रिया

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कर को “हमारे देश पर सीधा और क्रूर हमला” बताते हुए कनाडा के साथ सभी व्यापारिक वार्ताओं को तत्काल समाप्त करने की घोषणा कर दी। साथ ही उन्होंने कनाडा पर आगामी सात दिनों में भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी।
यदि यह कर लागू होता, तो अमेरिकी कंपनियों को कनाडा सरकार को लगभग 2.7 बिलियन डॉलर का भुगतान करना पड़ता, जिससे दोनों देशों के संबंधों में और तनाव आता।

कनाडा का पीछे हटना: रणनीतिक या मजबूरी?

30 जून से लागू होने जा रहे इस कर को कनाडा ने अंतिम समय पर निलंबित कर दिया। वित्त मंत्री फ्रांस्वा-फिलिप शांपेन ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि से वार्ता की और संकेत दिया कि व्यापार वार्ताएं फिर से शुरू की जा सकती हैं। प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने इसे दोनों देशों के बीच एक नए आर्थिक और सुरक्षा संबंध की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताया।
हालांकि, यह निर्णय प्रधानमंत्री के लिए राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि उन्होंने चुनाव में ट्रंप के सामने झुकाव न दिखाने की नीति अपनाई थी। फिर भी, घरेलू स्तर पर यह टैक्स इतना लोकप्रिय नहीं था, क्योंकि इससे डिजिटल सेवाओं की कीमतें बढ़ सकती थीं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • डिजिटल सेवा कर 3% की दर से उन कंपनियों पर लगाया जाता जो कनाडा से $20 मिलियन से अधिक कमाती हैं।
  • यह कर 2022 से प्रभावी माना जाता, जिससे इसे “रेट्रोएक्टिव टैक्स” कहा गया।
  • अमेरिका को कनाडा का कुल निर्यात 2024 में $412.7 बिलियन था।
  • ट्रंप प्रशासन पहले ही कनाडा पर स्टील, एल्युमिनियम, ऑटो और अन्य क्षेत्रों में 10% से 50% तक के टैरिफ लगा चुका है।

निष्कर्ष

डिजिटल सेवा कर के निलंबन ने फिलहाल अमेरिका के साथ व्यापार वार्ताओं को पुनर्जीवित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। हालांकि यह कदम प्रधानमंत्री कार्नी के राजनीतिक रुख के विपरीत प्रतीत हो सकता है, लेकिन व्यावहारिक दृष्टिकोण से यह कनाडा की अर्थव्यवस्था और नागरिकों के हित में अधिक तर्कसंगत साबित हुआ है।
यह घटना दर्शाती है कि वैश्विक व्यापारिक रिश्तों में कर नीति अब केवल राजस्व जुटाने का माध्यम नहीं रह गई, बल्कि यह कूटनीतिक और रणनीतिक सौदेबाज़ी का हिस्सा बन चुकी है। प्रधानमंत्री कार्नी की अगुवाई में कनाडा अब अंतरराष्ट्रीय सहयोग और व्यापारिक समझौतों की नई दिशा तय करने की कोशिश कर रहा है।

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