उत्तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल लांच की
उत्तर कोरिया ने 5 जनवरी, 2022 को एक “हाइपरसोनिक मिसाइल” दागी, जिसने सफलतापूर्वक एक लक्ष्य को नष्ट किया।
मुख्य बिंदु
- उत्तर कोरिया द्वारा अक्टूबर 2021 के बाद पहला लांच था।
- इसका पता क्षेत्र की कई सेनाओं ने लगाया था।
- हालाँकि, इस परीक्षण की अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया की सरकारों की आलोचना की।
पृष्ठभूमि
उत्तर कोरिया ने पहली बार सितंबर 2021 में एक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था।
उत्तर कोरिया का टेस्ट
उत्तर कोरिया के हालिया परीक्षण में, “हाइपरसोनिक ग्लाइडिंग वारहेड” रॉकेट बूस्टर से अलग हो गया और 700 किमी दूर एक लक्ष्य को नष्ट किया।
हाइपरसोनिक हथियार
हाइपरसोनिक हथियार आमतौर पर बैलिस्टिक मिसाइलों की तुलना में कम ऊंचाई पर लक्ष्य की ओर उड़ते हैं। इस तरह के हथियार ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक गति प्राप्त कर सकते हैं, जो लगभग 6,200 किमी प्रति घंटा है। हालांकि, हाइपरसोनिक हथियार की मुख्य विशेषता गति नहीं बल्कि उनकी गतिशीलता (manoeuvrability) है। हाइपरसोनिक हथियार अगली पीढ़ी के हथियार हैं।
परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका के नेतृत्व वाली कूटनीति
उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका के नेतृत्व वाली कूटनीति 2019 से उत्तर कोरिया पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों पर विवादों के कारण ठप है। जो बाईडेन प्रशासन ने बिना किसी पूर्व शर्त के, किसी भी समय परमाणु कूटनीति को फिर से शुरू करने का आह्वान किया है। हालांकि, उत्तर कोरिया का मानना है कि किसी भी बातचीत को फिर से शुरू करने से पहले अमेरिका को इसके खिलाफ लगे प्रतिबंध वापस लेने चाहिए।