ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के तहत 10 लाख टेलीकंसल्टेशन रिकॉर्ड किए गए
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ई-संजीवनी पहल के तहत 10 लाख टेलीकंसल्टेशन दर्ज किये गये। गौरतलब है कि देश के 550 जिलों में लोगों द्वारा इस सेवा का लाभ उठाया जा रहा है। ई-संजीवनी का लाभ उठाने वाले 10% लोग 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। लगभग एक चौथाई लोगों ने ई-संजीवनी का उपयोग बार-बार किया है। इससे स्पष्ट होता है कि लोग अस्पताल जाने की बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता दे रहे हैं। ई-संजीवनी ने स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है।
ई-संजीवनी ओपीडी
13 अप्रैल, 2020 को इस पहल को शुरू किया गया था। यह देश भर में लॉकडाउन के चलते ओपीडी बंद होने के दौरान शुरू किया गया था। eSanjeevani ओपीडी की सीधे सेवाओं का लाभ सीधे घर से उठाया जा सकता है। टेली ओपीडी को रोगियों और डॉक्टरों दोनों द्वारा समान रूप से स्वीकार किया गया है। लगभग 100 टेलीमेडिसिन चिकित्सकों ने पहले ही लगभग 1,000 टेलीकॉन्लेशन किए हैं।
eSanjeevani AB-HWC
यह टेलीमेडिसिन सेवा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लांच की गई थी। आयुष्मान भारत हेल्थ वेलनेस सेंटर (AB-HWC) के तहत नवंबर 2019 में यह सेवा शुरू की गई थी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत मेडिकल कॉलेजों के सहयोग से 1,50,000 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में यह सेवा शुरू और लागू करने की योजना है।