इज़राइल ने लॉन्च किया ‘Dror-1’: पहला पूर्ण रूप से स्वदेशी और सरकारी संचार उपग्रह

इज़राइल ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए ‘Dror-1’ नामक पहला पूर्ण रूप से सरकारी और स्वदेशी संचार उपग्रह सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह उपग्रह अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित केप कैनावेरल से रविवार को SpaceX के Falcon 9 रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया गया।

Dror-1 की विशेषताएँ

  • प्रकार: जियोस्टेशनरी संचार उपग्रह (36,000 किमी की ऊंचाई पर पृथ्वी के साथ घूमता हुआ)
  • वजन: लगभग 4,500 किलोग्राम
  • आकार: 17.8 मीटर चौड़ा
  • कार्यकाल: 15 वर्ष (2030 के दशक के उत्तरार्ध तक सेवा में रहेगा)
  • लागत: ₹1,670 करोड़ (लगभग), 2018 से शुरू हुआ परियोजना कार्य
  • निर्माण: 100% इज़राइल में विकसित – विदेशी पुर्जों और विक्रेताओं पर निर्भरता को समाप्त करने की दिशा में बड़ा कदम

तकनीकी विशेषताएँ

  • उन्नत डिजिटल पेलोड: अत्याधुनिक सिग्नल प्रोसेसिंग क्षमताओं से लैस
  • “स्पेस स्मार्टफोन” डिजाइन: उपग्रह को ज़मीन से पुनः प्रोग्राम किया जा सकता है — यह कवरेज क्षेत्र, संचार सेटिंग्स और सिग्नल उपयोग को बदल सकता है
  • पुन:प्रोग्राम करने योग्य सिस्टम: बदलती ज़रूरतों के अनुसार लचीलापन

प्रक्षेपण और संचालन

Falcon 9 रॉकेट द्वारा लॉन्च किए जाने के कुछ घंटों के भीतर Dror-1 ने अपनी पहली सिग्नल रिपोर्ट भेज दी। अब यह अपने अंतिम जियोस्टेशनरी कक्षा तक पहुँचने के लिए ऑनबोर्ड प्रणोदन प्रणाली का उपयोग करेगा और एक निश्चित क्षेत्र के ऊपर स्थिर रहेगा, जिससे इज़राइल और आसपास के क्षेत्रों को सतत संचार सेवा प्राप्त होगी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • Dror-1: इज़राइल का पहला राज्य स्वामित्व वाला संचार उपग्रह
  • पूर्व के उपग्रह (जैसे Amos-6) निजी कंपनी Spacecom द्वारा संचालित थे
  • Amos-6 को 2016 में SpaceX लॉन्चपैड पर विस्फोट में नुकसान हुआ था
  • 2018 में इज़राइल सरकार ने दीर्घकालिक रणनीति अपनाई, जिसका उद्देश्य घरेलू उत्पादन और रणनीतिक स्वतंत्रता था

रणनीतिक महत्व

Dror-1 न केवल तकनीकी रूप से एक मील का पत्थर है, बल्कि यह इज़राइल की रणनीतिक संप्रभुता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त कदम है। इसका लचीला डिज़ाइन और डिजिटल क्षमताएँ इसे आने वाले वर्षों में बदलती संचार आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित करने योग्य बनाती हैं।
यह प्रक्षेपण न केवल इज़राइल की वैज्ञानिक क्षमता को दर्शाता है, बल्कि अंतरिक्ष क्षेत्र में उसकी दीर्घकालिक स्थिरता और रणनीतिक दृष्टिकोण को भी मजबूत करता है।

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