अहमदाबाद विमान दुर्घटना 2025: एआई 171 क्रैश और एएआईबी जांच की पूरी कहानी

अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 की भीषण दुर्घटना में 242 में से 241 यात्रियों की मृत्यु हो गई थी। यह हादसा भारत के नागरिक विमानन इतिहास की सबसे गंभीर घटनाओं में से एक बन गया है। इस दुर्घटना के एक महीने बाद, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 11 जुलाई को इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की, जिसने जांच की दिशा में कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?
AAIB की 15-पृष्ठीय प्रारंभिक रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाली जानकारी यह थी कि उड़ान भरते ही दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच कुछ ही सेकंडों के अंतर में ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चले गए। इसका सीधा मतलब है कि इंजनों में ईंधन की आपूर्ति बंद हो गई, जिससे दोनों इंजन रुक गए। कॉकपिट रिकॉर्डर के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों काटा, जिस पर उत्तर मिला कि उसने ऐसा नहीं किया। आमतौर पर ये स्विच अनजाने में नहीं बदले जा सकते, जिससे यह और भी रहस्यमयी हो गया है।
विमान दुर्घटनाओं की जांच कैसे होती है?
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के मामलों को 1944 के शिकागो कन्वेंशन के अंतर्गत नियंत्रित किया जाता है। इसमें विमान दुर्घटनाओं की जांच के लिए अनुच्छेद 13 के अंतर्गत नियम निर्धारित हैं। जिस देश में दुर्घटना होती है, वह ‘राज्य घटना स्थल’ (State of Occurrence) कहलाता है और वही जांच के लिए उत्तरदायी होता है। साथ ही, विमान की पंजीकरण, संचालन, डिज़ाइन और निर्माण से जुड़े देशों को भी जांच में भाग लेने का अधिकार होता है।
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) क्या है?
AAIB भारत सरकार का एक स्वतंत्र निकाय है जो नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह 2012 में स्थापित किया गया था ताकि जांच की प्रक्रिया नियामक निकायों से स्वतंत्र रहे। AAIB का कार्य सभी गंभीर विमान दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच करना होता है, खासकर 2250 किलोग्राम से अधिक वज़न वाले विमानों की।
इसकी प्रमुख जिम्मेदारियाँ हैं:
- घटनास्थल पर जाकर साक्ष्य एकत्र करना
- ब्लैक बॉक्स (CVR और FDR) को पुनः प्राप्त करना
- ऑपरेटर, नियामक और अन्य संबंधित पक्षों से दस्तावेज़ और रिकॉर्ड इकट्ठा करना
- विशेषज्ञों के सहयोग से विश्लेषण करना
इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य केवल सुरक्षा सुधारना होता है, दोष तय करना नहीं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- AI 171 की दुर्घटना में 241 यात्रियों की मृत्यु हुई — यह भारत की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है।
- कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को ‘ब्लैक बॉक्स’ कहा जाता है।
- AAIB की स्थापना 2012 में हुई थी ताकि विमान दुर्घटना जांच प्रक्रिया अधिक स्वतंत्र और पारदर्शी हो।
- अंतरराष्ट्रीय विमानन दुर्घटनाओं की जांच ICAO के अनुच्छेद 13 के तहत की जाती है।
AAIB की यह प्रारंभिक रिपोर्ट इस भीषण दुर्घटना के तकनीकी और मानवीय पहलुओं पर कई गंभीर सवाल उठा रही है। जब तक अंतिम रिपोर्ट सामने नहीं आती, तब तक यह मामला न केवल तकनीकी विशेषज्ञों के लिए, बल्कि सुरक्षा नीतियों के पुनः मूल्यांकन के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण बना रहेगा।