स्वतंत्रता दिवस से पहले BSF का ‘ऑपरेशन अलर्ट’: राजस्थान और मेघालय बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी

स्वतंत्रता दिवस से पहले सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने राजस्थान और मेघालय सीमाओं पर ‘ऑपरेशन अलर्ट’ शुरू किया है, जिसका उद्देश्य संभावित खतरों को रोकना और सीमा प्रबंधन को और सुदृढ़ बनाना है।
राजस्थान सीमा पर ऑपरेशन
- अवधि: 11 अगस्त से 17 अगस्त रात 12 बजे तक।
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मुख्य गतिविधियां:
- कड़ी सीमा निगरानी
- SOPs (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) और ड्रिल की समीक्षा और सुधार
- आधुनिक गैजेट्स के जरिए गतिविधियों की निगरानी
- सीमा से आने वाली सभी खुफिया सूचनाओं का मूल्यांकन और जवाबी रणनीति तैयार करना
- विशेष निर्देश: 15 अगस्त को पूरी BSF फोर्स सीमा पर तैनात रहेगी।
BSF सेक्टर साउथ के डीआईजी एम.के. नेगी के अनुसार, इस ऑपरेशन का उद्देश्य आने वाली चुनौतियों के लिए पूरी तैयारी करना और किसी भी प्रकार के खतरे को पहले ही निष्क्रिय करना है।
मेघालय सीमा पर ऑपरेशन
- अवधि: 10 अगस्त से 16 अगस्त तक।
- स्थान: भारत–बांग्लादेश सीमा, मेघालय
- समन्वय: राज्य पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ संयुक्त कार्रवाई
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मुख्य फोकस:
- क्षेत्र में निरंतर गश्त और निगरानी
- आकस्मिक ‘नाका’ चेक
- नदी क्षेत्रों में गश्ती अभियान (Riverine Patrols)
- मवेशी तस्करी, अवैध सामान और अवैध पारगमन पर रोक
- संवेदनशील मार्गों पर रात में भी निगरानी के लिए नाइट विज़न उपकरण और मोबाइल गश्ती टीमों का उपयोग
मेघालय फ्रंटियर के आईजी ओ.पी. उपाध्याय ने कहा कि ‘ऑपरेशन अलर्ट’ बल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि त्योहारों के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा में कोई चूक न हो और किसी भी असामाजिक गतिविधि को समय रहते रोका जाए।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- BSF की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को हुई थी, मुख्यालय नई दिल्ली में है।
- BSF का कार्य भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा और सीमा अपराधों को रोकना है।
- SOP (Standard Operating Procedure) एक मानक प्रक्रिया है जिसे सभी इकाइयों को पालन करना होता है।
- Riverine Patrols का प्रयोग खासकर जल-सीमा वाले क्षेत्रों में घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए किया जाता है।