मोल्डोवा बना इंटरनेशनल सोलर अलायंस का 107वां सदस्य: सौर ऊर्जा सहयोग की दिशा में एक और कदम

भारत की विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि मोल्डोवा ने इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) की सदस्यता ग्रहण कर ली है, जिससे वह इसका 107वां सदस्य देश बन गया है। यह सदस्यता मोल्डोवा की राजदूत अना तबान और भारत सरकार के संयुक्त सचिव पी. एस. गंगाधर के बीच नई दिल्ली में एक औपचारिक बैठक के दौरान प्रदान की गई।
इंटरनेशनल सोलर अलायंस: एक वैश्विक पहल
ISA की स्थापना 2015 में भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रयास से पेरिस में COP21 सम्मेलन के दौरान की गई थी। इसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना, ऊर्जा तक पहुंच सुनिश्चित करना, और जलवायु परिवर्तन से निपटना है। इसका मुख्यालय भारत के गुरुग्राम में स्थित है।
ISA अब तक 106 देशों द्वारा हस्ताक्षरित और 86 देशों द्वारा पूर्णतः अनुमोदित एक फ्रेमवर्क समझौते के अंतर्गत कार्य करता है। हाल ही में, ISA को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पर्यवेक्षक का दर्जा भी प्राप्त हुआ है।
ISA के प्रमुख उद्देश्य और कार्य
ISA का मुख्य उद्देश्य है:
- कम लागत वाली और परिवर्तनकारी सौर ऊर्जा समाधान विकसित करना।
- विकासशील और छोटे द्वीपीय देशों में कम-कार्बन विकास पथ को समर्थन देना।
- सदस्य देशों में नीति निर्माण, निवेश प्रवाह, और तकनीकी मानकों को साझा करना।
ISA की चार प्राथमिकताएँ
- एनालिटिक्स और एडवोकेसी: डेटा-संचालित नीति निर्माण को समर्थन देना।
- क्षमता निर्माण: तकनीकी प्रशिक्षण और ज्ञान प्रसार को बढ़ावा देना।
- कार्यक्रम आधारित सहायता: सदस्य देशों में व्यावहारिक सौर परियोजनाओं का कार्यान्वयन।
- सक्षम वातावरण निर्माण: निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना।
ISA की प्रमुख परियोजनाएँ
- One Sun One World One Grid (OSOWOG): वैश्विक सौर ऊर्जा साझेदारी का ढांचा, जिसका उद्देश्य है दुनिया भर में अक्षय ऊर्जा संसाधनों को जोड़ना। यह विश्व बैंक के तकनीकी सहयोग के तहत संचालित है।
- ISA Solar Technology and Application Resource Centre (ISTAR C): तकनीकी प्रशिक्षण, उद्यमिता, और नवाचार केंद्रों का नेटवर्क तैयार करना, जो ISA देशों में मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण दे सके।
- ITEC योजना के तहत प्रशिक्षण: भारत सरकार द्वारा प्रायोजित योजना, जिसमें 21 दिन के सौर ऊर्जा प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकासशील देशों के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया जाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- इंटरनेशनल सोलर अलायंस की स्थापना भारत और फ्रांस ने मिलकर की थी।
- इसका मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा में स्थित है।
- ISA को हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा पर्यवेक्षक का दर्जा (Observer Status) प्रदान किया गया।
- ISA के महानिदेशक (Director General) का कार्यकाल चार वर्षों का होता है, और वह पुनः चयन के लिए पात्र होता है।
मोल्डोवा की ISA में सदस्यता सौर ऊर्जा के वैश्विक नेटवर्क को और मजबूत करती है। यह केवल ऊर्जा परिवर्तन का ही संकेत नहीं, बल्कि वैश्विक जलवायु लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में एक और महत्त्वपूर्ण कदम है। ISA का उद्देश्य है — “हर घर तक रोशनी पहुँचे, चाहे वह कितनी भी दूर क्यों न हो” — और यह सदस्यता उसी संकल्प को आगे बढ़ाती है।