भारत और ASEAN के बीच क्रूज़ पर्यटन सहयोग: चेन्नई में पहली ASEAN–India Cruise Dialogue का आयोजन

भारत सरकार के पोत, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) ने चेन्नई में पहली बार ASEAN–India Cruise Dialogue का उद्घाटन किया, जो भारत और ASEAN देशों के बीच समुद्री सहयोग, क्रूज़ संपर्क और सतत पर्यटन को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। इस उच्चस्तरीय वार्ता में ASEAN के सभी सदस्य राष्ट्रों — ब्रुनेई, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम — और टिमोर लेस्ते के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

क्रूज़ संपर्क और समुद्री सहयोग का विस्तार

इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य भारत और ASEAN देशों के बीच समुद्री मार्गों से जुड़ी क्रूज़ पर्यटन की संभावनाओं को पहचानना और सुदृढ़ करना है। केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने उद्घाटन सत्र में बताया कि भारत 5,000 किलोमीटर की नौगम्य जलमार्ग प्रणाली को व्यावसायिक रूप से विकसित करने की योजना बना रहा है ताकि ASEAN देशों के साथ बेहतर क्रूज़ कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने ‘सागर माला’ परियोजना के अंतर्गत 2029 तक एक मिलियन क्रूज़ यात्रियों को आकर्षित करने का लक्ष्य भी साझा किया। इस क्षेत्र में सुधारों, टैक्स उपायों और आधुनिक बंदरगाह अवसंरचना के कारण क्रूज़ शिप कॉल्स की संख्या 2013–14 के 102 से बढ़कर आज 14,000 से अधिक हो गई है।

ASEAN–भारत क्रूज़ नेटवर्क का भविष्य

यह संवाद “विकसित भारत 2047” और “ASEAN कम्युनिटी विजन 2045” के अनुरूप एक साझा क्रूज़ नेटवर्क विकसित करने की दिशा में काम करेगा। इस नेटवर्क में भारत और ASEAN देशों के सांस्कृतिक और व्यापारिक तटीय शहरों को जोड़ते हुए एक सतत और समावेशी क्रूज़ सर्किट तैयार करने की योजना है।
“क्रूज़ भारत मिशन”, “मैरिटाइम इंडिया विज़न 2030” और “मैरिटाइम अमृत काल विज़न 2047” के अंतर्गत भारत को वैश्विक क्रूज़ पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ASEAN–India Cruise Dialogue का पहला आयोजन भारत के चेन्नई पोर्ट पर MV Empress (Cordelia क्रूज़ शिप) पर किया गया।
  • ASEAN देशों में 10 सदस्य हैं: ब्रुनेई, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, और वियतनाम, जिनके साथ टिमोर लेस्ते भी सहभागी रहा।
  • सागर माला योजना भारत सरकार की एक प्रमुख समुद्री पहल है, जिसका उद्देश्य तटीय क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
  • Maritime Amrit Kaal Vision 2047 और Cruise Bharat Mission जैसे कार्यक्रम भारत को वैश्विक क्रूज़ पर्यटन में अग्रणी बनाने की दिशा में कार्यरत हैं।

चेन्नई और महाबलीपुरम में आयोजित इस वार्ता में क्रूज़ पर्यटन से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे कि हेरिटेज आधारित क्रूज़ सर्किट, आधुनिक पोर्ट टर्मिनल, रीयल टाइम ट्रैकिंग, और क्षेत्रीय सहयोग पर गहन विचार-विमर्श हुआ। यह संवाद अब प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने की योजना के साथ एक बहुपक्षीय मंच के रूप में उभर रहा है, जो भारत और ASEAN देशों के बीच समुद्री संबंधों को और सुदृढ़ करेगा।
यह पहल न केवल भारत के पूर्वोन्मुखी नीति (Act East Policy) को गति देती है, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन सहयोग को भी एक नई दिशा प्रदान करती है।

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