पीएम मोदी की ब्राज़ील यात्रा 2025: भारत-ब्राज़ील संबंधों का नया युग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जुलाई 2025 को ब्राज़ील पहुंचे हैं, जहां वे दो दिवसीय BRICS सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह यात्रा कई मायनों में ऐतिहासिक है — लगभग छह दशकों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्राज़ील में आधिकारिक द्विपक्षीय यात्रा हो रही है। प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल बहुपक्षीय सहयोग को सशक्त बनाएगी, बल्कि भारत-ब्राज़ील संबंधों में नई ऊर्जा भी प्रदान करेगी।

ऐतिहासिक संपर्क और सांस्कृतिक जुड़ाव

हालाँकि भारत और ब्राज़ील भौगोलिक रूप से दूरस्थ हैं, लेकिन इन दोनों देशों के बीच संपर्क 16वीं सदी में पुर्तगाली उपनिवेशकाल से शुरू हो चुका था। जब वास्को-दा-गामा भारत पहुंचे, उसके दो साल बाद 1500 में पेड्रो अल्वारेस काब्राल ब्राज़ील पहुंचे। इस दौरान गोवा और ब्राज़ील के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी हुआ। भारत से आम और नारियल जैसे फसलें ब्राज़ील पहुँचीं और वहाँ से काजू भारत आया। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश की नेल्लोर नस्ल की गायें भी ब्राज़ील पहुंचीं, जो अब वहाँ के पशुधन का 80% हिस्सा बन चुकी हैं।

व्यापारिक सहयोग और निवेश

ब्राज़ील वर्तमान में दक्षिण अमेरिका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 2024-25 में भारत और ब्राज़ील के बीच द्विपक्षीय व्यापार $12.20 बिलियन तक पहुंचा, जिसमें भारत से निर्यात $6.77 बिलियन और आयात $5.43 बिलियन रहा। भारत से डीज़ल, कीटनाशक, दवाइयाँ, इंजीनियरिंग उत्पाद, यार्न और अल्युमिनियम निर्यात होते हैं। जबकि ब्राज़ील से भारत में कच्चा तेल, सोया तेल, कच्चा सोना, कच्ची चीनी, कपास और लौह अयस्क का आयात होता है।
भारत की कई प्रमुख आईटी और फार्मा कंपनियों के कार्यालय साओ पाउलो में हैं। आदित्य बिड़ला समूह और स्टरलाइट जैसी कंपनियाँ भी ब्राज़ील में व्यापार कर रही हैं। फिलहाल ब्राज़ील में लगभग 4,000 भारतीय नागरिक निवास करते हैं।

रणनीतिक भागीदारी और वैश्विक मंच

भारत और ब्राज़ील रणनीतिक साझेदार हैं और इनके बीच कई संस्थागत संवाद मंच सक्रिय हैं, जैसे कि विदेश मंत्रियों स्तर की संयुक्त आयोग बैठक (JCM), राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच रणनीतिक वार्ता और 2024 में शुरू हुई 2+2 राजनीतिक-सैन्य वार्ता। दोनों देश BRICS, G-20, G-4, इंटरनेशनल सोलर एलायंस जैसे बहुपक्षीय मंचों के सदस्य हैं और वैश्विक दक्षिण (Global South) की आवाज़ को मजबूती देने का प्रयास कर रहे हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • पीएम मोदी की यह यात्रा 1960 के दशक के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय ब्राज़ील यात्रा है।
  • भारत और ब्राज़ील के बीच 2024-25 में $12.2 बिलियन का व्यापार हुआ।
  • ब्राज़ील में भारत से गई नेल्लोर नस्ल की गायें वहाँ के पशुधन का 80% हिस्सा हैं।
  • दोनों देश BRICS, G-20, G-4 और इंटरनेशनल सोलर एलायंस के सदस्य हैं।

राजनीतिक परिवेश और भविष्य की दिशा

हाल के वर्षों में ब्राज़ील को आर्थिक सुस्ती और राजनीतिक संकटों का सामना करना पड़ा है। 2016 रियो ओलंपिक से पहले राष्ट्रपति दिल्मा रूसेफ़ को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते हटा दिया गया था। हालांकि वर्तमान राष्ट्रपति लुइज़ इनेसियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व में ब्राज़ील वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका को पुनर्संयोजित कर रहा है।
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-ब्राज़ील संबंधों को रणनीतिक साझेदारी से आगे बढ़ाकर बहुआयामी सहयोग की ओर ले जाएगी। ऊर्जा, अंतरिक्ष, रक्षा, कृषि, और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में साझा प्रयास दोनों देशों को विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिला सकते हैं। यह यात्रा भारत की ‘ग्लोबल साउथ’ कूटनीति का भी एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *