उच्च समुद्र संधि पर प्रगति: UNOC 3 में 49 देशों की पुष्टि, लेकिन लक्ष्य अभी दूर

फ्रांस के नीस शहर में आयोजित तीसरे संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC 3) के दौरान, लगभग 20 और देशों ने ‘उच्च समुद्र संधि’ (High Seas Treaty) को अनुमोदित किया, जिससे इसकी कुल पुष्टि संख्या 49 हो गई है। हालांकि, संधि को प्रभाव में लाने के लिए आवश्यक 60 अनुमोदनों का आंकड़ा अभी भी नहीं छू पाया है।

उच्च समुद्र संधि: क्या है इसका उद्देश्य?

इस संधि का औपचारिक नाम ‘मैरीन बायोलॉजिकल डाइवर्सिटी ऑफ एरियाज़ बियॉन्ड नेशनल जूरिस्डिक्शन’ (BBNJ) है, जिसे 19 जून 2023 को दो दशकों की लंबी बातचीत के बाद अपनाया गया था। यह संधि उन समुद्री क्षेत्रों को संरक्षित करने के लिए तैयार की गई है जो किसी भी देश की सीमा क्षेत्र (200 समुद्री मील से बाहर) में नहीं आते हैं — जिन्हें ‘उच्च समुद्र’ कहा जाता है।
इस संधि के प्रमुख उद्देश्य हैं:

  • उच्च समुद्रों में संरक्षित समुद्री क्षेत्रों (Marine Protected Areas – MPA) की संख्या बढ़ाना।
  • समुद्री जैव आनुवंशिक संसाधनों (Marine Genetic Resources – MGR) से होने वाले लाभों का समान और न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना।
  • गहन समुद्री खनन या कार्बन संलयन जैसी गतिविधियों के लिए पर्यावरणीय प्रभाव आकलन (Environmental Impact Assessment – EIA) की अनिवार्यता।

UNOC 3 में हुई अहम प्रगति

9 जून 2025 को आयोजित ‘स्पेशल ट्रीटी इवेंट’ के दौरान 18 देशों — जिनमें गिनी-बिसाउ, लाइबेरिया, फिजी, माल्टा, बेल्जियम, वानुअतु, वियतनाम, जमैका, ग्रीस और अन्य शामिल हैं — ने अपने अनुमोदन दस्तावेज जमा किए। इससे पहले, केवल 29 देशों ने इसे अनुमोदित किया था। अब कुल 49 देशों ने संधि को पुष्टि कर दी है।
इसके अतिरिक्त, संधि पर हस्ताक्षर करने वाले देशों की संख्या भी बढ़कर 134 हो गई है, जो इस दिशा में वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत ने सितंबर 2024 में इस संधि पर हस्ताक्षर किया था, लेकिन अब तक पुष्टि नहीं की है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • BBNJ संधि को प्रभाव में लाने के लिए 60 देशों की पुष्टि आवश्यक है।
  • UNOC 3 की मेजबानी फ्रांस और कोस्टा रिका ने संयुक्त रूप से की है।
  • उच्च समुद्र पृथ्वी के कुल महासागरीय क्षेत्र का दो-तिहाई हिस्सा कवर करते हैं, लेकिन इनका केवल 1.44% हिस्सा संरक्षित है।
  • यह संधि ’30×30′ लक्ष्य को पूरा करने में सहायक है — अर्थात 2030 तक 30% महासागर को संरक्षित बनाना।
  • BBNJ, 2022 में अपनाए गए कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता ढांचे के 23 लक्ष्यों में से एक है।

आगे की चुनौतियाँ और राह

संधि की पुष्टि की प्रक्रिया धीमी हो सकती है क्योंकि अधिकांश देशों को इसे अपने घरेलू विधानमंडलों से मंजूरी दिलानी होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों में इसे कांग्रेस से पारित करना होता है, जबकि अन्य देशों में यह निर्णय राष्ट्राध्यक्ष स्वयं ले सकते हैं।
60वीं पुष्टि के बाद दो अहम कार्य होंगे:

  1. संधि के कार्यान्वयन के लिए पार्टियों का सम्मेलन (Conference of the Parties – COP) आयोजित करना।
  2. महत्वपूर्ण समुद्री पारिस्थितिक तंत्रों की पहचान और संरक्षण के लिए ठोस कार्य योजना बनाना।

अप्रैल 2025 में न्यूयॉर्क में आयोजित ‘प्रेपकॉम’ बैठक के दौरान संधि के नियमों को विकसित करने की दिशा में प्रारंभिक कार्य किया गया है, ताकि भविष्य के COP सत्र के लिए मंच तैयार किया जा सके।
UNOC 3 में भले ही 60 की संख्या नहीं पूरी हो सकी हो, लेकिन वैश्विक एकजुटता और प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। जैसे-जैसे समर्थन बढ़ता जा रहा है, यह संधि निकट भविष्य में प्रभाव में आने की ओर अग्रसर है — जो महासागरों की रक्षा के लिए मानवता की एक बड़ी उपलब्धि होगी।

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