NIRF रैंकिंग 2025: फिर शीर्ष पर IIT मद्रास, शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता का उत्सव

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2025 की घोषणा 4 सितंबर को नई दिल्ली में की गई। यह रैंकिंग उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता, संसाधनों और नवाचार के आधार पर तैयार की जाती है। इस वर्ष की रैंकिंग में IIT मद्रास ने एक बार फिर समग्र श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया है, जो इसका लगातार सातवाँ शीर्ष स्थान है।

प्रमुख श्रेणियों में शीर्ष स्थान प्राप्त संस्थान

  • समग्र रैंकिंग (Overall):

    1. IIT मद्रास
    2. IISc बेंगलुरु
    3. IIT मुंबई
  • विश्वविद्यालय (Universities):

    1. IISc बेंगलुरु
    2. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली
    3. मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन
  • इंजीनियरिंग:

    1. IIT मद्रास
    2. IIT दिल्ली
  • प्रबंधन (Management):

    1. IIM अहमदाबाद
    2. IIM बेंगलुरु
    3. IIM कोझिकोड
  • चिकित्सा एवं दंत चिकित्सा:

    • AIIMS, नई दिल्ली (शीर्ष स्थान)
  • कानून:

    • नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया, बेंगलुरु
  • कृषि:

    • इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
  • अनुसंधान (Research):

    • IISc बेंगलुरु
  • फार्मेसी:

    1. जामिया हमदर्द, नई दिल्ली
    2. BITS पिलानी
    3. पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
  • कॉलेज श्रेणी:

    1. हिन्दू कॉलेज, दिल्ली
    2. मिरांडा हाउस, दिल्ली
    3. हंसराज कॉलेज, दिल्ली
  • आर्किटेक्चर और प्लानिंग:

    1. IIT रुड़की
    2. NIT कोझिकोड
    3. IIT खड़गपुर
  • राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय:

    1. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
    2. अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई
  • ओपन यूनिवर्सिटी:

    • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)
  • स्किल यूनिवर्सिटी:

    • सिम्बायोसिस स्किल्स एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
  • नवाचार श्रेणी:

    • IIT मद्रास
  • सतत विकास लक्ष्यों (SDGs):

    • IIT मद्रास

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • NIRF की शुरुआत वर्ष 2015 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) द्वारा की गई थी।
  • ● रैंकिंग पाँच मापदंडों पर आधारित होती है:

    • शिक्षण, अधिगम और संसाधन
    • अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास
    • स्नातक परिणाम
    • पहुंच और समावेशन
    • सामाजिक धारणा (Perception)
  • ● इस वर्ष 17 श्रेणियों में संस्थानों का मूल्यांकन किया गया।
  • ● “वन नेशन, वन डेटा” सिद्धांत के अंतर्गत एक नया मूल्यांकन तंत्र जल्द लाया जाएगा।

शिक्षा मंत्री का दृष्टिकोण

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “यह रैंकिंग हमारे 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।” उन्होंने सामाजिक धारणा (Perception) के मापदंड पर पुनर्विचार और उद्यमिता (Entrepreneurship) को मूल्यांकन में शामिल करने की भी आवश्यकता बताई।
NIRF 2025 न केवल संस्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा का मंच है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता, नवाचार और समावेशन को प्रोत्साहित करने का एक राष्ट्रीय प्रयास है। यह रैंकिंग छात्रों, अभिभावकों और नीति निर्माताओं को शिक्षण संस्थानों की दिशा और प्रदर्शन समझने में सहायक सिद्ध होती है।

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