ICGH-2025: भारत को ग्रीन हाइड्रोजन वैश्विक हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम

ICGH-2025: भारत को ग्रीन हाइड्रोजन वैश्विक हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम

भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) द्वारा 11 और 12 नवंबर 2025 को नई दिल्ली में ग्रीन हाइड्रोजन पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICGH-2025) का आयोजन किया जा रहा है। यह दो दिवसीय सम्मेलन भारत में ग्रीन हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत और टिकाऊ बनाने की रणनीतियों पर केंद्रित होगा, जिसमें नीति-निर्माता, वैज्ञानिक और औद्योगिक नेता हिस्सा लेंगे।

हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर फोकस

सम्मेलन के दौरान कई प्लेनरी सत्र, विशेषज्ञ पैनल और तकनीकी चर्चाएँ आयोजित होंगी, जिनका मुख्य उद्देश्य भारत में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन का विस्तार करना और इसे नेट ज़ीरो लक्ष्यों की प्राप्ति से जोड़ना है। प्रतिनिधि इस नवप्रवर्तनशील तकनीक के विस्तार, वित्त पोषण, स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना के निर्माण और हाइड्रोजन आपूर्ति शृंखला की सुरक्षा जैसे विषयों पर विचार करेंगे।

भारत की नवीकरणीय ऊर्जा में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ

ICGH-2025 ऐसे समय में हो रहा है जब भारत नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि का अनुभव कर रहा है। वित्त वर्ष 2025–26 की पहली छमाही में 3,089 मेगावॉट पवन ऊर्जा जोड़ी गई, और वर्ष के अंत तक यह 6 गीगावॉट तक पहुँचने की संभावना है, जो अब तक की सर्वाधिक वृद्धि होगी। सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी 21,686 मेगावॉट की नई स्थापित क्षमता के साथ कुल मिलाकर सितंबर 2025 तक 1,27,332 मेगावॉट की क्षमता दर्ज की गई है।

वैश्विक सहयोग को बढ़ावा

ICGH-2025 भारत के राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा। सम्मेलन में अनुसंधान, इलेक्ट्रोलाइज़र निर्माण और हाइड्रोजन गतिशीलता के लिए साझेदारियों को प्रोत्साहन मिलेगा। भारत का लक्ष्य 2030 तक हर वर्ष 5 मिलियन टन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन करना है, और इस दिशा में नवाचार, निवेश और सुदृढ़ नीतिगत ढाँचे की आवश्यकता पर व्यापक चर्चा होगी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ICGH-2025 का आयोजन 11–12 नवंबर 2025 को नई दिल्ली में होगा।
  • यह इस श्रृंखला का तीसरा संस्करण है, जिसे MNRE द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
  • वित्त वर्ष 2025–26 की पहली छमाही में भारत ने 3,089 मेगावॉट पवन और 21,686 मेगावॉट सौर ऊर्जा की नई क्षमता जोड़ी।
  • भारत 2030 तक प्रतिवर्ष 5 मिलियन टन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन का लक्ष्य रखता है।

ICGH-2025 भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति को गति देने वाला एक निर्णायक मंच साबित होगा। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और देश के उद्योग जगत की भागीदारी से यह सम्मेलन न केवल भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ करेगा, बल्कि देश को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और निर्यात का वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Originally written on November 10, 2025 and last modified on November 10, 2025.

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