COP30: बेलें, ब्राज़ील में शुरू हुआ जलवायु परिवर्तन सम्मेलन
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन का 30वां संस्करण, जिसे COP30 के नाम से जाना जाता है, बेलें (ब्राज़ील) में आधिकारिक रूप से आरंभ हो चुका है। 10 से 21 नवम्बर 2025 तक चलने वाला यह सम्मेलन विश्व के 190 से अधिक देशों के नेताओं, वैज्ञानिकों, उद्योगपतियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को एक मंच पर एकत्रित कर रहा है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन, बढ़ते तापमान और पर्यावरणीय ह्रास से निपटने के लिए सहयोग को और मजबूत करना है।
COP30 का मुख्य उद्देश्य
इस वर्ष COP30 का फोकस पेरिस समझौते के लक्ष्यों को तेज़ी से लागू करने और सदी के मध्य तक शुद्ध-शून्य (नेट-ज़ीरो) उत्सर्जन प्राप्त करने की दिशा में ठोस योजना तैयार करने पर है। सम्मेलन में राष्ट्रों के उन्नत Nationally Determined Contributions (NDCs), जलवायु अनुकूलन के लिए वित्तीय सहायता और सतत विकास की रणनीतियों पर चर्चा हो रही है। सम्मेलन के अंत में जारी होने वाली “बेलें घोषणा” से नए अंतरराष्ट्रीय संकल्पों की उम्मीद की जा रही है, जो जलवायु प्रतिरोधकता (climate resilience) को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
प्रमुख सहभागी और विषय
इस सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर, चीन और अमेरिका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, तथा प्रमुख अंतरसरकारी और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। चर्चा के मुख्य विषयों में नवीकरणीय ऊर्जा परिवर्तन, वनों की कटाई पर नियंत्रण, और विकासशील देशों के लिए समान जलवायु वित्त शामिल हैं। अमेज़न क्षेत्र के हृदय में स्थित बेलें का चयन इस बात का प्रतीक है कि जैव विविधता की रक्षा अब जलवायु कार्रवाई का केन्द्रीय स्तंभ बन चुकी है।
बेलें की भूमिका और पर्यावरणीय दृष्टि
अमेज़न बेसिन में COP30 का आयोजन ब्राज़ील की इस नीति को दर्शाता है कि आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों को समान रूप से संतुलित करना संभव है। सम्मेलन स्थल को “ग्रीन ज़ोन” के रूप में विकसित किया गया है, जहाँ स्थानीय समुदायों द्वारा संचालित परियोजनाएँ, सतत कृषि मॉडल और कम-कार्बन नवाचार प्रदर्शित किए जा रहे हैं। ब्राज़ील की सरकार इस अवसर का उपयोग वनों की कटाई के विरुद्ध वैश्विक ढांचे को सशक्त करने और वर्षावन संरक्षण के लिए निवेश आकर्षित करने में कर रही है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- COP30 का आयोजन 10 से 21 नवम्बर 2025 तक बेलें, ब्राज़ील में हो रहा है।
- इसमें 190 से अधिक देश भाग ले रहे हैं।
- इसका उद्देश्य पेरिस समझौते के लक्ष्यों को गति देना और नेट-ज़ीरो उत्सर्जन प्राप्त करना है।
- अमेज़न क्षेत्र में आयोजन का उद्देश्य जैव विविधता और वर्षावन संरक्षण पर बल देना है।