मिज़ोरम में पर्यटन विकास को नई दिशा देगा ‘मिज़ोरम टूरिज़्म कॉन्क्लेव’

मिज़ोरम में पर्यटन विकास को नई दिशा देगा ‘मिज़ोरम टूरिज़्म कॉन्क्लेव’

पूर्वोत्तर भारत में पर्यटन को गति देने के उद्देश्य से मिज़ोरम के पर्यटन मंत्री लालन्घिंगलोवा हमार और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने संयुक्त रूप से “मिज़ोरम टूरिज़्म कॉन्क्लेव” आयोजित करने का निर्णय लिया है। सोमवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में इस सम्मेलन की रूपरेखा तय की गई, जिसमें राज्य सरकार और नीति आयोग के बीच रणनीतिक सहयोग पर जोर दिया गया। इस पहल का उद्देश्य मिज़ोरम के पर्यटन क्षेत्र को सुदृढ़ बनाना और स्थानीय समुदायों को दीर्घकालिक लाभ प्रदान करना है।

भागीदारी आधारित पर्यटन नीति की दिशा में कदम

इस प्रस्तावित कॉन्क्लेव का लक्ष्य सरकारी विभागों, औद्योगिक संस्थानों, शैक्षणिक निकायों और पर्यटन सेवा प्रदाताओं जैसे विविध हितधारकों को एक मंच पर लाना है। नीति आयोग और राज्य सरकार दोनों का मानना है कि पर्यटन के सतत विकास के लिए सभी प्रमुख क्षेत्रों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।इसके लिए एक संयुक्त कार्यबल (Joint Task Force) का गठन किया जाएगा जो कार्यक्रम की रूपरेखा, समय-सारणी और आयोजन संबंधी तैयारियों का समन्वय करेगा।

रेलवे कनेक्टिविटी से बढ़ी पर्यटन संभावनाएँ

पर्यटन विभाग के अनुसार, सैरांग (Sairang) तक नई रेल लाइन शुरू होने के बाद राज्य में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस रेल संपर्क से देशी और विदेशी दोनों प्रकार के पर्यटकों के लिए मिज़ोरम पहुँचना अब अधिक सुविधाजनक हो गया है।साल 2025 के अगस्त से सितंबर के बीच राज्य में 1,27,458 पर्यटक आए, जिनमें 2,208 विदेशी पर्यटक शामिल थे। अकेले आइज़ॉल जिला ने कुल पर्यटकों का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा दर्ज किया, जो इसे उत्तर-पूर्व का उभरता हुआ पर्यटन केंद्र बना रहा है।

अदरक उत्पाद परामर्श बैठक के साथ समन्वय

“मिज़ोरम टूरिज़्म कॉन्क्लेव” को आगामी “स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन ऑन जिंजर प्रोड्यूस फॉर मिज़ोरम” कार्यक्रम के साथ जोड़ा जाएगा, जो 24 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित होगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री लालदूहोमा भी शामिल होंगे।यह आयोजन पर्यटन, कृषि और उद्यमिता जैसे कई क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने का अवसर प्रदान करेगा। सरकार का उद्देश्य इस मंच के माध्यम से निवेशकों को जोड़ना और राज्य के लिए एक सतत विकास मॉडल तैयार करना है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • अगस्त–सितंबर 2025 के बीच मिज़ोरम में कुल 1,27,458 पर्यटक आए, जिनमें 2,208 विदेशी थे।
  • सैरांग तक नई रेल लाइन खुलने से पर्यटन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई।
  • “मिज़ोरम टूरिज़्म कॉन्क्लेव” नीति आयोग और मिज़ोरम सरकार की संयुक्त पहल है।
  • 24 नवंबर 2025 को दिल्ली में “जिंजर प्रोड्यूस कंसल्टेशन” कार्यक्रम में पर्यटन क्षेत्र को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

सतत पर्यटन की दिशा में मिज़ोरम की पहल

कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को सतत और पर्यावरण-संवेदनशील दिशा में विकसित करना है। इसमें बुनियादी ढाँचे का विस्तार, पर्यावरण-मित्र परियोजनाएँ और स्थानीय युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया जाएगा।नीति आयोग की विकास दृष्टि के अनुरूप, मिज़ोरम स्वयं को उत्तर-पूर्व भारत के अग्रणी ईको-टूरिज़्म गंतव्य के रूप में स्थापित करना चाहता है जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक समृद्धि और सामुदायिक आर्थिक विकास एक साथ आगे बढ़ सकें।

Originally written on November 11, 2025 and last modified on November 11, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *