हिमाचल प्रदेश का पहला सौर मॉडल गांव बना ‘राजा खास’, ग्रामीण ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की इंदौरा उप-मंडल स्थित राजा खास गांव को राज्य का पहला सौर मॉडल गांव घोषित किया गया है। यह उपलब्धि प्रधानमंत्री ‘सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ के तहत छह महीने चली प्रतियोगिता के बाद हासिल हुई, जिसमें 43 गांवों ने भाग लिया था।
प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
राजा खास गांव ने 20 नवंबर से 19 मई तक चली प्रतियोगिता में 3,700 किलोवाट की सर्वाधिक सौर स्थापना क्षमता के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इसके बाद, जिला स्तरीय समन्वय समिति (DLCC) की बैठक में इसे मॉडल गांव के रूप में चुना गया। जिला उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जानकारी दी कि इस उपलब्धि के लिए केंद्र सरकार की ओर से गांव को 1 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान राशि दी जाएगी।
गांव में लगेंगी ये सौर सुविधाएँ
प्राप्त अनुदान से गांव में निम्नलिखित सौर उपकरण स्थापित किए जाएंगे:
- सौर स्ट्रीट लाइट्स
- सौर जल तापक (Solar Water Heaters)
- सौर ऊर्जा संयंत्र (Solar Power Plant)
- पंचायत भवन, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र जैसी सभी सार्वजनिक इमारतों में सौर बिजली आपूर्ति
इसके लिए एक मॉडल सौर गांव क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त की गई है जो परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट (DPR) तैयार करेगी और सभी कार्यों का संचालन करेगी।
स्थानीय नेतृत्व और सहभागिता
राजा खास पंचायत की सरपंच ज्योति देवी ने इस अवसर को गांव के लिए गर्व का क्षण बताया और कहा कि सभी ग्रामीण मिलकर इस पहल को सफल बनाएंगे। उन्होंने सौर ऊर्जा को अपनाने और उपलब्ध सुविधाओं का उचित रखरखाव सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- HIMURJA (हिमुर्जा): हिमाचल प्रदेश ऊर्जा विकास एजेंसी है जो राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को कार्यान्वित करती है।
- PM सूर्य घर योजना: इस योजना का उद्देश्य एक करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाकर उन्हें निःशुल्क बिजली प्रदान करना है।
- सौर मॉडल गांव की परिभाषा: ऐसा गांव जहाँ सार्वजनिक संस्थानों की पूरी ऊर्जा आपूर्ति सौर ऊर्जा से हो, और जहां ग्रामीण समुदाय जागरूकता एवं भागीदारी के माध्यम से हर घर में सौर समाधान अपनाएँ।
- इंदौरा उप-मंडल: यह पंजाब सीमा से सटा हिमाचल का मैदानी क्षेत्र है, जहाँ सौर ऊर्जा की संभावना अपेक्षाकृत अधिक है।