हिमाचल का कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिज़र्व यूनेस्को की वर्ल्ड नेटवर्क सूची में शामिल
हिमाचल प्रदेश का कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिज़र्व (CDBR) अब अंतरराष्ट्रीय संरक्षण मानचित्र पर अपनी विशेष पहचान बना चुका है। यूनेस्को ने इसे वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिज़र्व्स (WNBR) में शामिल कर लिया है। इस सूची में 21 देशों के 26 नए बायोस्फीयर रिज़र्व जोड़े गए हैं, जो पिछले 20 वर्षों में सबसे बड़ी संख्या है। इस उपलब्धि के साथ भारत के कुल 13 बायोस्फीयर अब WNBR सूची में शामिल हो गए हैं।
भौगोलिक और पारिस्थितिक महत्व
7,770 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला यह रिज़र्व हिमालय के ट्रांस-हिमालयन क्षेत्र में स्थित है। इसमें स्पीति वन्यजीव मंडल और लाहौल वन मंडल के क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें बारालाचा दर्रा, भारतपुर और सारचू प्रमुख हैं। इसकी ऊँचाई 3,300 मीटर से लेकर 6,600 मीटर तक है। इसमें पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान, किब्बर वन्यजीव अभयारण्य, चंद्रताल आर्द्रभूमि और सारचू मैदान सम्मिलित हैं। यह क्षेत्र शुष्क रेगिस्तानी जलवायु, ग्लेशियर घाटियों, उच्च पर्वतीय झीलों और बर्फीले पठारों का अनोखा मिश्रण है।
वनस्पति और जीव-जंतु
इस रिज़र्व में 655 औषधीय जड़ी-बूटियाँ, 41 झाड़ियाँ और 17 वृक्ष प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें 14 स्थानिक और 47 औषधीय पौधे शामिल हैं। वन्यजीवों में हिम तेंदुआ प्रमुख आकर्षण है, जिसे लगभग 800 नीलगायों (ब्लू शीप) का मजबूत शिकार आधार मिलता है। इसके अलावा हिमालयी आइबेक्स और हिमालयी भेड़िया भी यहां पाए जाते हैं। पक्षियों की 119 और स्तनधारियों की 17 प्रजातियाँ यहां दर्ज की गई हैं।
स्थानीय समुदाय और परंपराएँ
करीब 12,000 लोग इस क्षेत्र के बिखरे गाँवों में रहते हैं। ये लोग पारंपरिक चरवाहा जीवन, याक और बकरियों का पालन, जौ और मटर की खेती और तिब्बती औषधि प्रणाली (सोवा-रिग्पा/अमची) पर आधारित जीवन शैली अपनाए हुए हैं। बौद्ध मठ और सामुदायिक परिषदें यहाँ के संसाधनों के सतत उपयोग को नियंत्रित करती हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- CDBR भारत का पहला उच्च-ऊँचाई वाला कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिज़र्व है।
- यूनेस्को की WNBR सूची में अब कुल 785 स्थल 142 देशों में शामिल हैं।
- भारत के 13 बायोस्फीयर अब WNBR का हिस्सा हैं।
- हिम तेंदुआ (Snow Leopard) CDBR का प्रमुख फ्लैगशिप स्पीशीज़ है।