लखनऊ में नौसेना शौर्य संग्रहालय: INS गोमती का नया अध्याय

लखनऊ में नौसेना शौर्य संग्रहालय: INS गोमती का नया अध्याय

भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त युद्धपोत INS गोमती को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ‘नौसेना शौर्य संग्रहालय’ का केन्द्र बिंदु बनाया जा रहा है। यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार की एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि का परिणाम है, जो समुद्री विरासत को एक भू-आवृत्त राज्य में सजीव करने का प्रयास है। वर्ष 2026 तक इस संग्रहालय के निर्माण के पूरा होने की उम्मीद है, जो भारतीय नौसेना की वीरता और तकनीकी विकास को प्रदर्शित करेगा।

INS गोमती: समुद्री साहस की अमिट गाथा

INS गोमती को 1988 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था और यह मई 2022 में सेवानिवृत्त हुआ। यह स्वदेशी रूप से निर्मित निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट कई महत्वपूर्ण अभियानों का हिस्सा रहा, जैसे 1988 का ‘ऑपरेशन कैक्टस’ और 2001-02 का ‘ऑपरेशन पराक्रम’। इस युद्धपोत को संग्रहालय में तब्दील कर आम जनता के लिए खोलना, भारत की नौसेना शक्ति की विरासत को सहेजने की दिशा में एक अनूठा कदम है। आगंतुक इसके ऑपरेशनल डेक, हथियार प्रणालियों और नियंत्रण कक्षों का प्रत्यक्ष अनुभव ले सकेंगे।

संग्रहालय की परिकल्पना और विशेषताएँ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संग्रहालय को भारतीय नौसेना के अडिग साहस का “जीवित प्रतीक” बताया है। जहाज जैसी बनावट वाले इस संग्रहालय में पोर्थोल, रेलिंग और समुद्री प्रतीकों के माध्यम से नौसेना की थीम को जीवंत किया जाएगा। पर्यावरणीय रूप से सतत डिज़ाइन, जैसे प्राकृतिक प्रकाश, इको-फ्रेंडली सामग्री और क्रॉस-वेंटिलेशन इसके निर्माण में विशेष होंगे।
यह संग्रहालय न केवल ऐतिहासिक वस्तुओं का प्रदर्शन करेगा, बल्कि डिजिटल स्टोरीटेलिंग, 7D थिएटर, युद्धपोत और विमानवाहक पोत सिम्युलेटर, और प्राचीन द्वारका नगरी का जलमग्न मॉडल जैसे अत्याधुनिक अनुभव भी प्रदान करेगा। साथ ही, छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित एक विशेष गैलरी भारत की नौसेनिक परंपरा को गौरवान्वित करेगी।

नौसेना शौर्य वाटिका: नौसैनिक शक्ति को समर्पित उपवन

इस परियोजना का एक अन्य प्रमुख हिस्सा है ‘नौसेना शौर्य वाटिका’, जिसमें TU-142 टोही विमान और Sea King SK-42B हेलीकॉप्टर जैसे नौसेना उपकरणों को प्रदर्शित किया जाएगा। यह स्थल एक शैक्षिक केंद्र के रूप में काम करेगा, जो युवाओं को भारत की समुद्री उपलब्धियों से जोड़ते हुए प्रेरित करेगा। यह पहल साबित करती है कि भले ही उत्तर प्रदेश समुद्र से दूर हो, परंतु देश की समुद्री विरासत को सहेजने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • INS गोमती को 1988 में कमीशन किया गया था और 2022 में सेवानिवृत्त किया गया।
  • यह ऑपरेशन कैक्टस (1988) और ऑपरेशन पराक्रम (2001–2002) का हिस्सा रहा।
  • नौसेना शौर्य संग्रहालय लखनऊ में 2026 तक खुलने की योजना है।
  • इस परियोजना में INS गोमती शौर्य स्मारक और नौसेना शौर्य वाटिका शामिल हैं।

इस संग्रहालय के माध्यम से उत्तर प्रदेश न केवल एक अनूठा पर्यटन स्थल पाएगा, बल्कि यह देशवासियों को भारतीय नौसेना की गौरवशाली परंपरा और वीरता की सजीव झलक भी देगा।

Originally written on November 1, 2025 and last modified on November 1, 2025.

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