भू-नीर पोर्टल: भारत में भूजल प्रबंधन के लिए आधुनिक डिजिटल पहल

भारत में जल संरक्षण और भूजल प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण डिजिटल कदम उठाते हुए जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (CGWA) ने वर्ष 2024 में “भू-नीर” नामक एक अत्याधुनिक पोर्टल लॉन्च किया है। यह पोर्टल देश में भूजल के दोहन और प्रबंधन को पारदर्शी, प्रभावी और सरल बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
भूजल दोहन के लिए अनुमति प्रणाली में पारदर्शिता
भू-नीर पोर्टल का मुख्य उद्देश्य भूजल के दोहन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त करने की प्रक्रिया को डिजिटल और उपयोगकर्ता अनुकूल बनाना है। इस पोर्टल के माध्यम से विभिन्न श्रेणियों के परियोजना प्रस्तावक — उद्योग, अवसंरचना एवं खनन परियोजनाएं — जो कि देश के उन 19 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में स्थित हैं जहाँ CGWA भूजल का नियमन करता है, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रमुख विशेषताएँ और लाभ
भू-नीर पोर्टल को कई नवीन और सरल विशेषताओं के साथ तैयार किया गया है, जिससे पारदर्शिता, दक्षता और स्थायित्व सुनिश्चित हो सके। कुछ प्रमुख विशेषताएँ हैं:
- Check Eligibility फ़ीचर: आवेदन से पहले पात्रता जांचने की सुविधा
- Online Charges Calculator: शुल्क की गणना के लिए ऑनलाइन सुविधा
- Query Module: CGWA अधिकारियों से सीधे संवाद की सुविधा
- Real-time Alerts: SMS और ईमेल के माध्यम से आवेदन की स्थिति की जानकारी
- PAN आधारित Single ID सिस्टम: लॉगिन और भुगतान में आसानी
- QR कोड युक्त NOC प्रमाणपत्र: सुरक्षा और प्रमाणीकरण में सुविधा
जल संरक्षण को बढ़ावा
यह पोर्टल न केवल NOC प्रक्रिया को आसान बनाता है, बल्कि जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 24 सितंबर 2020 को अधिसूचित भूजल दोहन दिशा-निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करने में भी सहायक है। इसमें प्रस्तावित परियोजनाओं को वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसी जल संरक्षण उपायों को अपनाना अनिवार्य किया गया है।
जन-जागरूकता और प्रचार-प्रसार
पोर्टल के शुभारंभ के अवसर पर जल शक्ति मंत्री द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। मंत्रालय द्वारा एक विशेष प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई ताकि देशव्यापी स्तर पर इसकी जानकारी पहुंचाई जा सके। साथ ही, CGWA विभिन्न वाणिज्य मंडलों के साथ कार्यशालाएं आयोजित कर रहा है और सार्वजनिक संवाद कार्यक्रमों (Public Interaction Programmes – PIPs) के माध्यम से जन-जागरूकता को बढ़ावा दे रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भू-नीर पोर्टल का शुभारंभ: वर्ष 2024, CGWA द्वारा
- उद्देश्य: भूजल दोहन के लिए NOC प्रणाली का डिजिटलीकरण
- उपयोगकर्ता: उद्योग, खनन और अवसंरचना परियोजनाएँ
- महत्वपूर्ण विशेषताएँ: PAN आधारित ID, QR कोड NOC, रियल-टाइम अलर्ट्स
- प्रेरणा स्रोत: जल शक्ति मंत्रालय की 2020 की भूजल दिशा-निर्देश
भू-नीर पोर्टल देश में भूजल संरक्षण की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है, जो न केवल प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाता है बल्कि सतत विकास के लक्ष्यों को भी सशक्त करता है।