भारत की भागीदारी: मंगोलिया में Khaan Quest 2025 सैन्य अभ्यास शुरू
भारतीय सेना की एक टुकड़ी हाल ही में मंगोलिया की राजधानी उलानबातार पहुंची है ताकि 14 जून से 28 जून तक चलने वाले बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास Khaan Quest 2025 में भाग ले सके। यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अंतर्गत शांति स्थापना अभियानों में भाग लेने वाले देशों की तैयारियों को मजबूती देने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। वर्षों में यह अभ्यास एक द्विपक्षीय पहल से बढ़कर वैश्विक स्तर पर महत्त्वपूर्ण आयोजन बन गया है।
Khaan Quest: इतिहास और विकास
Khaan Quest की शुरुआत वर्ष 2003 में अमेरिका और मंगोलिया के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास के रूप में हुई थी। वर्ष 2006 में इसे बहुराष्ट्रीय अभ्यास के रूप में विस्तारित किया गया, जिसमें विभिन्न देशों की सेनाओं ने भाग लेना शुरू किया। इस अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों के लिए सेनाओं को तैयार करना और विभिन्न सैन्य प्रणालियों को एक मंच पर लाना है।
भारतीय भागीदारी और संरचना
इस वर्ष भारतीय सेना की ओर से 40 जवानों की एक टुकड़ी इस अभ्यास में भाग ले रही है, जिसमें प्रमुख रूप से कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिक शामिल हैं। इस दल में एक महिला अधिकारी और दो महिला सैनिक भी शामिल हैं, जो सैन्य अभियानों में समावेशिता और लैंगिक समानता की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अभ्यास के उद्देश्य और प्रमुख गतिविधियाँ
Khaan Quest अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भाग लेने वाले देशों की सेनाओं के बीच समन्वय और संयुक्त अभियानों की क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास निम्नलिखित बिंदुओं पर केंद्रित होता है:
- संयुक्त राष्ट्र के अधीन शांति स्थापना अभियानों के लिए सैन्य तैयारी
- संयुक्त कार्यप्रणालियों, रणनीतियों और प्रशिक्षण विधियों का साझा करना
- गश्ती, तलाशी अभियान, स्थायी एवं मोबाइल चेकपॉइंट स्थापित करना
- खतरनाक क्षेत्रों से नागरिकों की सुरक्षित निकासी
- तात्कालिक चिकित्सा सहायता और हताहत सैनिकों की निकासी
- इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से निपटने की तकनीक
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- Khaan Quest की शुरुआत 2003 में अमेरिका और मंगोलिया के बीच हुई थी।
- यह अभ्यास 2006 से बहुराष्ट्रीय रूप में आयोजित किया जा रहा है।
- 2025 में भारत की ओर से 40 सदस्यीय टुकड़ी ने भाग लिया है, जिसमें तीन महिला सैनिक शामिल हैं।
- यह अभ्यास मंगोलिया की राजधानी उलानबातार में 14 जून से 28 जून तक चलेगा।
भारत के लिए महत्त्व और भविष्य की दिशा
भारत के लिए Khaan Quest में भागीदारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी शांति स्थापना प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह न केवल भारतीय सेना की वैश्विक सहभागिता को मजबूत करता है, बल्कि भविष्य में संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के लिए भी व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है।