भारत और SICA देशों के बीच सहयोग के नए द्वार: डिजिटल भुगतान से लेकर कृषि तक

भारत और SICA देशों के बीच सहयोग के नए द्वार: डिजिटल भुगतान से लेकर कृषि तक

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने न्यूयॉर्क में आयोजित भारत-SICA विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत और मध्य अमेरिकी देशों के बीच गहराते सहयोग को रेखांकित किया। उन्होंने कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में निवेश के नए अवसरों की ओर इशारा करते हुए डिजिटल भुगतान जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर विशेष बल दिया।

व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में भारत की पहल

विदेश मंत्री ने बताया कि भारतीय कंपनियों की SICA देशों में निवेश करने की रुचि बढ़ रही है। विशेष रूप से कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, दवा निर्माण और आईटी क्षेत्र में भारतीय कंपनियाँ सक्रिय भागीदारी के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हम भारतीय कंपनियों की SICA देशों में निवेश की बढ़ती रुचि को लेकर उत्साहित हैं। यह साझेदारी सतत विकास को मजबूती देने में सहायक होगी।”

डिजिटल भुगतान प्रणाली UPI का वैश्विक विस्तार

जयशंकर ने भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली की सफलता को रेखांकित करते हुए इसे SICA देशों में लागू करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि भारत में आज विश्व के आधे से अधिक कैशलेस लेनदेन UPI के माध्यम से होते हैं।

  • UPI एक कम लागत, उच्च दक्षता वाली प्रणाली है।
  • यह वास्तविक समय में सुरक्षित और निर्बाध भुगतान सुनिश्चित करती है।
  • SICA देशों की अर्थव्यवस्था में डिजिटल पारदर्शिता और दक्षता लाने में यह सहायक हो सकती है।

दक्षिण-दक्षिण सहयोग की साझेदारी

जयशंकर ने SICA को भारत का एक प्रमुख दक्षिण-दक्षिण सहयोग का भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि भारत और SICA देशों को गरीबी उन्मूलन, विकास और जलवायु परिवर्तन जैसे साझा वैश्विक चुनौतियों का एक साथ समाधान करना चाहिए।

राजनयिक संवाद और उच्च स्तरीय यात्राएँ

विदेश मंत्री ने जानकारी दी कि भारत और SICA के बीच पिछले दशक में आपसी सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

  • उन्होंने पनामा और डोमिनिकन गणराज्य की अपनी पूर्व यात्राओं का उल्लेख किया।
  • उन्होंने इस वर्ष क्षेत्र की यात्रा की योजना बनाई थी, जो व्यापारिक व्यस्तताओं के कारण स्थगित हो गई, लेकिन अगले वर्ष यात्रा की आशा जताई।
  • उनके उपमंत्री पबित्रा मरगेरिटा ने पिछले दो वर्षों में डोमिनिकन गणराज्य, ग्वाटेमाला, एल साल्वाडोर, पनामा और निकारागुआ का दौरा किया।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • SICA (Central American Integration System) की स्थापना 1991 में हुई थी, जिसमें मध्य अमेरिका के आठ देश शामिल हैं।
  • UPI प्रणाली की शुरुआत भारत में 2016 में हुई थी और अब इसे कई देशों में अपनाने की चर्चा हो रही है।
  • भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2025 तक $1 ट्रिलियन पहुँचने की ओर अग्रसर है।
  • दक्षिण-दक्षिण सहयोग वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच तकनीकी, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने की नीति है।
Originally written on September 29, 2025 and last modified on September 29, 2025.

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