भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG)

सरकार ने भारत भर में SARS-CoV-2 की जीनोमिक निगरानी के लिए “भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG)” की स्थापना की है।

मुख्य बिंदु

इसकी घोषणा केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में की। मंत्री ने यह भी कहा कि, इस कंसोर्टियम में दस क्षेत्रीय जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाएं (RGSL) अर्थात् ILS भुवनेश्वर, NIBMG कल्याणी, NCCS पुणे, ICMR-NIV पुणे, CDFD हैदराबाद, CSIR-CCMB हैदराबाद, NIMHANS बेंगलुरु, InStem / NCBS बेंगलुरु, CSIR-IGIB दिल्ली, और NCDC दिल्ली शामिल हैं।

Regional Genome Sequencing Laboratories (RGSL)

देश भर में RGSL वर्तमान में अपने आंतरिक कोष और संसाधनों का उपयोग कंसोर्टियम की गतिविधियों को करने के लिए कर रहे हैं। फंड को मंजूरी देने का प्रस्ताव जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ वित्तीय मूल्यांकन प्रक्रिया के अधीन है।

INSACOG क्या है?

  • INSACOG को यूके वेरिएंट के उद्भव की पृष्ठभूमि में लॉन्च किया गया था। INSACOG का उद्देश्य वायरस निगरानी, ​​लक्षण वर्णन और जीनोम अनुक्रमण में तेजी लाना है।
  • यह BT-NIBMG, DBT-ILS, ICMR-NIV, DBT-NCCS, CSIR-CCMB, DBT-CDFD, DBT-InSTEM, NIMHANS, CSIR-IGIB और NCDC नामक दस प्रयोगशालाओं का एक संघ है।इन प्रयोगशालाओं को अब INSACOG लैब्स कहा जाता है।
  • INSACOG में अंतर-मंत्रालयीय संचालन समिति होगी। यहसमिति कंसोर्टियम को मार्गदर्शन और निगरानी प्रदान करेगी।
  • भविष्य में, INSACOG वैक्सीन, डायग्नोस्टिक्स और संभावित चिकित्सा विकसित करने में मदद करेगा।
  • जैव प्रौद्योगिकी विभाग, सीएसआईआर और आईसीएमआर द्वारा INSACOG के लिए एक रोड मैप तैयार किया गया है।
Originally written on March 23, 2021 and last modified on March 23, 2021.

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