ब्रह्मांड की शुरुआत में जीवन के संकेत: JWST ने खोजे जैविक यौगिक

ब्रह्मांड की शुरुआत में जीवन के संकेत: JWST ने खोजे जैविक यौगिक

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने एक अद्भुत खोज करते हुए ब्रह्मांड की प्रारंभिक अवस्था में जीवन की उत्पत्ति से जुड़े संभावित रासायनिक संकेतों का पता लगाया है। वैज्ञानिकों ने एक नवजात तारे ST6 के चारों ओर पाँच कार्बन-समृद्ध यौगिकों की पहचान की है, जो पृथ्वी से लगभग 1,60,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक बौनी आकाशगंगा — लार्ज मैगेलानिक क्लाउड (LMC) — में मौजूद है। यह खोज यह समझने में मदद कर सकती है कि ब्रह्मांड के आरंभिक युग में जीवन के निर्माण खंड कैसे बने।

LMC: ब्रह्मांड का प्राचीन रासायनिक खजाना

LMC, मिल्की वे जैसी बड़ी आकाशगंगाओं के साथ “लोकल ग्रुप” का हिस्सा है और इसमें युवा तथा गरम तारों की भरमार है, जो तीव्र पराबैंगनी विकिरण उत्सर्जित करते हैं। यह क्षेत्र भारी तत्वों जैसे कार्बन, नाइट्रोजन और ऑक्सीजन की कम मात्रा वाला है, जिससे यह प्रारंभिक ब्रह्मांड की रासायनिक स्थितियों का प्रतिबिंब बनता है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड और नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर की खगोलशास्त्री मार्टा सेविलो ने बताया, “LMC का अध्ययन हमें उन आदिम परिस्थितियों में रसायन शास्त्र को समझने का मौका देता है, जहां भारी तत्वों की मात्रा बहुत कम होती है।”

ST6: एक नवजात तारे में जैविक अणुओं की खोज

मार्च 2024 में JWST ने अपने अवरक्त उपकरणों से ST6 पर निगाह डाली और उसके बर्फीले घने वातावरण में पाँच जटिल जैविक यौगिक पाए: मेथनॉल, एसीटाल्डिहाइड, एथेनॉल, मेथाइल फॉर्मेट और एसीटिक एसिड। विशेष रूप से एसीटिक एसिड — जो सिरके की गंध के लिए जाना जाता है — की यह पहली निश्चित खोज है। इससे पहले केवल मेथनॉल की पुष्टि अंतरिक्ष में बर्फीले तारे के वातावरण में हुई थी।
इन यौगिकों की उपस्थिति यह संकेत देती है कि धूल के कण, यहां तक कि धातुओं की न्यूनतम मात्रा वाले परिवेश में भी, जटिल रासायनिक प्रतिक्रियाओं को जन्म दे सकते हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • लार्ज मैगेलानिक क्लाउड (LMC) पृथ्वी से लगभग 1,60,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है।
  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) को 2021 में लॉन्च किया गया था और यह अब तक का सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन है।
  • एसीटिक एसिड की यह पहली बार निश्चित रूप से अंतरिक्ष में खोज की गई है।
  • ग्लाइकोएल्डिहाइड — जो RNA के निर्माण में प्रयुक्त राइबोज़ चीनी का अग्रदूत है — के संकेत भी इस खोज में मिले हैं।

जीवन की उत्पत्ति की ओर एक नई दिशा

इस खोज से यह स्पष्ट होता है कि ब्रह्मांड की शुरुआती अवस्थाओं में भी जीवन के निर्माण हेतु आवश्यक कार्बनिक यौगिकों का निर्माण संभव था। वैज्ञानिक अब हमारी आकाशगंगा और अन्य आकाशगंगाओं में भी ऐसे यौगिकों की खोज करने की योजना बना रहे हैं।

Originally written on October 31, 2025 and last modified on October 31, 2025.

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