बो एको क्या है?

बो एको क्या है?

दिल्ली में रविवार को आए भीषण तूफान ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के रडार चित्रों में एक असामान्य आकृति प्रदर्शित की, जिसे “बो एको” (Bow Echo) कहा जाता है। यह लेख बो एको की प्रकृति, निर्माण प्रक्रिया, और भारत में इसके प्रभावों पर प्रकाश डालता है।

बो एको क्या है?

बो एको एक प्रकार की मौसमीय घटना है, जिसमें तूफान की रडार छवि एक धनुष (बो) के आकार की होती है। यह आमतौर पर स्क्वॉल लाइन (Squall Line) या कन्वेक्टिव थंडरस्टॉर्म्स की एक पंक्ति होती है, जो तेज हवाओं के कारण आगे की ओर झुक जाती है।

बो एको का निर्माण कैसे होता है?

बो एको का निर्माण तब होता है जब बारिश से ठंडी हुई हवा जमीन पर गिरती है और क्षैतिज रूप से फैलती है। यह प्रक्रिया एक “गस्ट फ्रंट” (Gust Front) बनाती है, जो सतह पर गर्म और नम हवा को ऊपर उठाती है, जिससे नए थंडरस्टॉर्म्स बनते हैं। यह चक्र तब तक चलता रहता है जब तक नए थंडरस्टॉर्म्स बनते रहते हैं, जिससे सिस्टम मजबूत होता है और आगे बढ़ता है।

बो एको के प्रभाव

बो एको के कारण तेज सीधी हवाएं उत्पन्न होती हैं, जो संरचनात्मक क्षति का कारण बन सकती हैं। ये हवाएं कभी-कभी 100 किमी/घंटा से अधिक की गति तक पहुंच सकती हैं। इसके अलावा, बो एको के किनारों पर “बुक एंड वोर्टिसीज़” (Bookend Vortices) बन सकते हैं, जो कभी-कभी टॉरनेडो का कारण बन सकते हैं।

भारत में बो एको की घटनाएं

भारत में बो एको की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं। 30 मई 2022 को दिल्ली और नोएडा में एक बो एको बना था, जिसने 100 किमी/घंटा की हवाएं उत्पन्न की थीं। हाल ही में, मई 2025 में दिल्ली में आए तूफान में भी बो एको की पुष्टि हुई, जिसमें तेज हवाएं और भारी बारिश देखी गई।

Originally written on May 28, 2025 and last modified on May 28, 2025.

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