पर्यटन और सतत परिवर्तन: विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम पर भारत का दृष्टिकोण

पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जो न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक संपर्क का माध्यम भी बनता है। यह लोगों और स्थानों के बीच सेतु का कार्य करता है, जो किसी भी देश की सांस्कृतिक विरासत, विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य को विश्व पटल पर लाता है। विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम “पर्यटन और सतत परिवर्तन” इस बात पर बल देती है कि पर्यटन केवल विकास का साधन नहीं, बल्कि सकारात्मक सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय बदलाव का मार्गदर्शक भी हो सकता है।
भारत में पर्यटन की भूमिका
भारत में पर्यटन एक प्रमुख आर्थिक क्षेत्र के रूप में उभर चुका है। 2023-24 में पर्यटन क्षेत्र ने भारत की GDP में ₹15.73 लाख करोड़ का योगदान दिया, जो कुल अर्थव्यवस्था का 5.22% है। जून 2025 तक देश में 16.5 लाख विदेशी पर्यटक आए, जबकि 84.4 लाख भारतीयों ने विदेश यात्रा की। इस क्षेत्र से ₹51,532 करोड़ की विदेशी मुद्रा भी अर्जित हुई।
भारत सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में पर्यटन क्षेत्र को पुनर्परिभाषित करने के लिए कई पहलें शुरू की हैं, जो विकास (विकास) और विरासत (विरासत) की भावना से प्रेरित हैं। इन पहलों ने पर्यटन को व्यापक, समावेशी और टिकाऊ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाए हैं।
प्रमुख सरकारी योजनाएं और पहलें
स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan 2.0)यह योजना थीम आधारित पर्यटन सर्किट्स के विकास पर केंद्रित है। अब तक 76 परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं, जिनमें अंडमान-निकोबार द्वीप, बिहार का बौद्ध सर्किट, असम का वाइल्डलाइफ सर्किट और उत्तराखंड का इको सर्किट शामिल हैं।
प्रसाद योजना (PRASHAD)इस योजना का उद्देश्य तीर्थस्थलों पर बुनियादी सुविधाओं, स्वच्छता, सुरक्षा और पहुँच में सुधार करना है। 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 54 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
देखो अपना देश अभियानदेश के भीतर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान 2020 में शुरू किया गया। इसके अंतर्गत वेबिनार, प्रतियोगिताएं, सोशल मीडिया प्रचार और पर्यटन स्थलों की डिजिटल जानकारी साझा की जाती है।
वाइब्रेंट विलेजेज़ कार्यक्रम (VVP-I & VVP-II)सीमा क्षेत्रों में स्थित गांवों को पर्यटन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने हेतु यह योजना शुरू की गई। इसमें सांस्कृतिक धरोहर, कौशल विकास और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
SASCI योजनाविशेष सहायता के तहत राज्यों को विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र विकसित करने हेतु पूर्ण केंद्रीय सहायता दी जा रही है। इस योजना में 40 परियोजनाएं शामिल हैं जिनमें जल महल, जयपुर जैसे स्थलों का विकास हो रहा है।
डिजिटल परिवर्तन की पहलेंIncredible India डिजिटल पोर्टल और कंटेंट हब यात्रियों को जरूरी जानकारी, यात्रा सुझाव और बुकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। AI आधारित चैटबॉट के माध्यम से रियल टाइम सहायता भी उपलब्ध है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- विश्व पर्यटन दिवस पहली बार 1980 में मनाया गया था।
- इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा की गई थी।
- 2025 में इसका आयोजन मलेशिया के मेलाका शहर में 27-29 सितंबर तक होगा।
- वर्ष 2025 की थीम है — “Tourism and Sustainable Transformation”।