निवेशकों के लिए ‘निवेशक शिविर’ की शुरुआत: अब बिचौलियों के बिना सीधे समाधान

भारतीय कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (IEPFA) ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ मिलकर ‘निवेशक शिविर’ पहल की घोषणा की है। इस पहल का पहला पायलट शिविर 1 जून 2025 को पुणे में आयोजित किया जाएगा, जिसका समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा।
शिविर का उद्देश्य: बिचौलियों को हटाकर सीधी पहुँच
‘निवेशक शिविर’ का प्रमुख उद्देश्य है निवेशकों, कंपनियों और रजिस्ट्रार एवं ट्रांसफर एजेंट्स (RTAs) के बीच सीधा संवाद स्थापित करना, ताकि निवेशकों की शिकायतों का तत्काल समाधान हो सके। इसके अंतर्गत निम्नलिखित सेवाएं दी जाएंगी:
- 6 से 7 वर्षों से लंबित डिविडेंड की सीधी वसूली में सहायता
- KYC और नॉमिनेशन अपडेट की ऑन-द-स्पॉट सुविधा
- लंबित IEPFA दावों का तत्क्षण समाधान
इस शिविर के माध्यम से निवेशकों को बिचौलियों की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होगी।
पुणे में शिविर का स्थान और भागीदारी
पहला शिविर Lemon Tree, City Center, 15 & 15A, Connaught Road, मोदी कॉलोनी, पुणे में आयोजित होगा। इस शिविर में उन कंपनियों को आमंत्रित किया गया है जिनके पास बड़ी संख्या में बिना दावा किए गए लाभांश खाते हैं। ये कंपनियां अपने डेडिकेटेड कियोस्क के माध्यम से सेवाएं प्रदान करेंगी।
देशभर में होंगे कई शिविर
पुणे का शिविर इस श्रृंखला का पहला कदम है। आगे चलकर ऐसे शिविर उन सभी शहरों में आयोजित किए जाएंगे जहां बिना दावे के निवेश की उच्च मात्रा पाई जाती है। IEPFA का यह प्रयास निवेश पारिस्थितिकी तंत्र को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और निवेशक-केंद्रित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- IEPFA: कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत निकाय जो निवेशक शिक्षा और संरक्षण के लिए समर्पित है।
- अविकसित निवेश: IEPFA के पास 1.1 बिलियन से अधिक अविकसित शेयर हैं, जिनका कुल मूल्य लगभग ₹1 लाख करोड़ है। बिना दावा किए गए लाभांश की राशि ₹6,000 करोड़ से अधिक है।
- SEBI: IEPFA के साथ मिलकर निवेशक जागरूकता और शिकायत निवारण के लिए संयुक्त पहल करता है।
- ‘इंटीग्रेटेड पोर्टल’: अगस्त 2025 तक एक पोर्टल शुरू किया जाएगा, जो रीयल-टाइम ट्रैकिंग, सीधे संवाद और त्वरित डेटा सत्यापन जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा।
‘निवेशक शिविर’ न केवल निवेशकों की समस्याओं का समाधान करेगा, बल्कि यह देशभर में वित्तीय साक्षरता और विश्वास को भी मजबूत करेगा। पारदर्शिता और सेवा में तेजी के साथ यह पहल भारत में निवेशकों के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है।