जल संरक्षण में ऐतिहासिक उपलब्धि: जल संचय जन भागीदारी पुरस्कार से सम्मानित हुआ बीदर जिला

भारत में जल संरक्षण और सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे जल शक्ति अभियान: कैच द रेन के अंतर्गत बीदर जिले ने ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। इस अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को दिए जाने वाले जल संचय जन भागीदारी पुरस्कार से बीदर को नवाजा गया है। इसके तहत जिले को केंद्र से 25 लाख रुपये की नगद प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।

बीदर जिले का योगदान

बीदर जिला कर्नाटक के उन छह जिलों में शामिल है जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ है, और खास बात यह है कि कलेयाण कर्नाटक क्षेत्र से केवल बीदर को ही यह पुरस्कार मिला। जिले ने जल संरक्षण के लिए कई अभिनव और पारंपरिक उपायों को अपनाया। इनमें छोटे चेक डैम, गैबियन संरचनाएँ, गली प्लग, परक्यूलेशन तालाब, सोक पिट्स, तांका और बावड़ी जैसे पारंपरिक जल संचयन प्रणालियों का निर्माण शामिल है। इसके अतिरिक्त, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत तालाबों की सफाई और कृषि भूमि में ट्रेंचेस बनवाने का भी कार्य किया गया।

सामुदायिक सहभागिता की शक्ति

जल संचय जन भागीदारी पहल का मुख्य उद्देश्य सभी हितधारकों—सरकारी एजेंसियों, स्थानीय समुदायों, उद्योगों, गैर सरकारी संगठनों और आवासीय संघों—को सक्रिय रूप से जोड़ना है। बीदर जिले की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि सामुदायिक भागीदारी और स्थानीय प्रयास मिलकर जल संकट जैसी गंभीर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • जल संचय जन भागीदारी पुरस्कार जल शक्ति अभियान: कैच द रेन के अंतर्गत दिया जाता है।
  • यह अभियान जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा संचालित है।
  • इस पुरस्कार में विजेता जिलों को 25 लाख रुपये की नगद राशि दी जाती है।
  • बीदर कर्नाटक के कलेयाण कर्नाटक क्षेत्र का अकेला जिला है जिसे यह सम्मान मिला।

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