चंद्रमा की ओर बढ़ता क्षुद्रग्रह: NASA की न्यूक्लियर रक्षा रणनीति

चंद्रमा की ओर बढ़ता क्षुद्रग्रह: NASA की न्यूक्लियर रक्षा रणनीति

NASA ने एक संभावित चंद्रमा टक्कर को रोकने के लिए क्षुद्रग्रह 2024 YR4 पर अपनी परमाणु रणनीतियों का अध्ययन तेज़ कर दिया है। यह 60 मीटर व्यास वाला क्षुद्रग्रह वर्ष 2032 में चंद्रमा के पास से गुजरने वाला है। भले ही यह पृथ्वी के लिए तत्काल खतरा न हो, लेकिन इसकी चंद्रमा से टक्कर की 3.8% संभावना को देखते हुए वैज्ञानिकों ने इसे गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है।

ग्रह रक्षा में नई प्राथमिकताएँ

2024 YR4 दिसंबर 2024 में खोजा गया था और इसका मार्ग समय-समय पर पृथ्वी–चंद्रमा प्रणाली को पार करता है।

  • वर्तमान आँकड़ों के अनुसार, इस क्षुद्रग्रह के चंद्रमा से टकराने की संभावना 3.8% है।
  • टक्कर की स्थिति में उत्पन्न मलबे (Debris) अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रहों और मानव अभियान को प्रभावित कर सकता है।
  • NASA और वैश्विक शोध दल 2029 से 2031 के बीच मिशन की समय-सीमाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं।

गतिज बनाम परमाणु विक्षेपण तकनीक

परंपरागत गति-आधारित (Kinetic) इम्पैक्टर, जो क्षुद्रग्रह के रास्ते को बदलने के लिए टक्कर मारते हैं, 2024 YR4 जैसे बड़े और भारी पिंड के लिए अपर्याप्त सिद्ध हो रहे हैं।

  • NASA और JPL (Jet Propulsion Laboratory) के शोधों से स्पष्ट है कि इस क्षुद्रग्रह को विचलित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा मौजूदा तकनीकों से कहीं अधिक है।
  • इसके विपरीत, परमाणु विस्फोट तकनीक पर्याप्त ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता रखती है और अधिक लचीला समाधान प्रस्तुत करती है।

न्यूक्लियर स्टैंडऑफ डिटोनेशन की प्रक्रिया

इस मॉडल के अनुसार, विस्फोटक उपकरण को क्षुद्रग्रह की सतह के ऊपर एक पूर्व-निर्धारित ऊंचाई पर विस्फोट किया जाएगा।

  • विस्फोट से उत्पन्न विकिरण (Radiation) क्षुद्रग्रह की बाहरी सतह को वाष्पीकृत करेगा, जिससे पीछे की ओर एक प्रतिक्रिया बल (Thrust) उत्पन्न होगा।
  • यह प्रक्रिया बिना सतह से संपर्क के कार्य करती है और ऊर्जा नियंत्रण और खंडन जोखिम को बेहतर ढंग से नियंत्रित करती है।
  • वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एक तेज़ और प्रभावी रक्षा उपाय है, खासकर तब जब पारंपरिक उपायों के लिए समय कम हो।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • • क्षुद्रग्रह 2024 YR4 का आकार लगभग 60 ± 7 मीटर है।
  • • न्यूक्लियर स्टैंडऑफ विस्फोट सतह से ऊपर होता है, सीधा टकराव नहीं।
  • • मिशन विंडो संभावित रूप से 2029 से 2031 के बीच है।
  • • चंद्रमा से टक्कर की स्थिति में माइक्रोमीटिओरॉइड फ्लक्स में 1,000 गुना वृद्धि संभव है।

नीति और तकनीकी चुनौतियाँ

परमाणु तकनीक का उपयोग करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और अंतरिक्ष संधियों का पालन अनिवार्य होगा, क्योंकि मौजूदा समझौते कक्षा में परमाणु हथियारों के प्रयोग को सीमित करते हैं।

Originally written on October 30, 2025 and last modified on October 30, 2025.

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